ज्यादा सीटें जीते तो इसका यह मतलब नहीं…पवार के बयान पर बोले संजय राउत

ज्यादा सीटें जीते तो इसका यह मतलब नहीं…पवार के बयान पर बोले संजय राउत

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) 100 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, लेकिन शिवसेना-यूबीटी इतनी सीटें देने के मूड में दिखाई नहीं दे रही है. इसको लेकर शिवसेना-यूबीटी के नेता संजय राउत ने तस्वीर साफ कर दी है और कहा है कि मानसून सत्र के बाद बैठकर बात होगी.

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं, ऐसे में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) अपनी रणनीति बनाने में जुटा हुआ है. शरद पवार का कहना है कि वह करीब 100 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे. उनके इस बयान से शिवसेना-यूबीटी सहमति नहीं है. इसको लेकर शिवसेना-यूबीटी के नेता संजय राउत का बयान सामने आया है और उनका कहना है कि सीट बंटवारे पर अभी कोई बातचीत नहीं है. 25 जून के बाद बातचीत की जाएगी.

संजय राउत ने कहा कि पवार साहब हमारे एमवीए का स्तम्भ और मार्गदर्शक हैं. अब तक सीट शेयरिंग को लेकर कोई बात नहीं हुई है. यहां तक की चर्चा भी नहीं की गई है. इस गठबंधन में सभी बराबर के हिस्सेदार हैं. लोकसभा चुनाव में भी सभी नेबराबर से चुनाव लड़कर जीत हासिल की है. इस संबंध में हमारी बातचीत जल्द शुरू होने वाली है. हम 25 जून को एक साथ बैठेंगे.

मानसून सत्र के बाद होंगी बैठकें

उन्होंने कहा कि दिल्ली में 25 जून को कांग्रेस के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है. इस दौरान वहां पर भी बातचीत होगी है. इस बार जरूर शरद पवार साहब का स्ट्राइक रेट ज्यादा है, उसका मतलब यह नहीं है, शिवसेना को इस बार सबसे ज्यादा टारगेट किया गया. मुंबई वाली सीट पर डाका डाला गया है. किसी को सीटें कम नहीं मिलेंगी. हम सब मानसून सत्र के बाद बैठेंगे और फैसले लेंगे.

पुणे में शरद पवार ने की पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक

बीते दिन शरद पवार ने पार्टी के नेताओं के साथ कई बैठकें कीं. इस बैठक में शामिल हुए पुणे शहर के एनसीपी (सपा) प्रमुख प्रशांत जगताप ने बताया कि पवार ने कहा कि शरद पवार ने संकेत दिया कि विधानसभा चुनावों में तस्वीर अलग होने वाली है और पार्टी अधिक आक्रामक दृष्टिकोण अपनाएगी. लोकसभा चुनाव में पार्टी शिवसेना-यूबीटी और कांग्रेस की तुलना में कम सीट पर चुनाव लड़ने पर तैयार हो गई थी, लेकिन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ऐसा नहीं होने वाला है.