UP में दिलचस्प हुआ राज्यसभा का चुनाव, वोटिंग से ठीक पहले अखिलेश विधायकों को देंगे ये सीक्रेट मैसेज
उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए कल यानी मंगलवार को चुनाव होंगे. इस बार के चुनाव में समाजवादी पार्टी की ओर से तीन उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें जया बच्चन, रामजीलाल सुमन और आलोक रंजन का नाम शामिल है. इसमें से दो लोगों की जीत तो पक्की मानी जा रही है, लेकिन एक उम्मीदवार को लेकर पेंच फंसा हुआ है. जिसके लिए अखिलेश यादव कल सुबह विधायकों के साथ अहम बैठक करेंगे और सीक्रेट मैसेज देंगे.
उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीट पर 11 उम्मीदवार मैदान में है, जिसके चलते सपा और बीजेपी के बीच मुकाबला है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं और एक-एक वोट जोड़ने के लिए मशक्कत कर रहे हैं. सपा विधायकों की शनिवार और सोमवार की बैठक के बाद अखिलेश यादव ने खास रणनीति तैयार की है. मंगलवार को वोटिंग से पहले और सूरज उगने के बाद अखिलेश यादव सपा विधायकों की विधानमंडल में बैठक करेंगे और वहीं पर उन्हें राज्यसभा चुनाव के लिए सीक्रेट मैसेज देंगे?
सपा ने यूपी राज्यसभा चुनाव में अपने तीन उम्मीदवार उतारे हैं. सपा से जया बच्चन, रामजीलाल सुमन और आलोक रंजन प्रत्याशी हैं. सपा ने अभी तक अपने तीनों राज्यसभा उम्मीदवारों की वरीयता क्रम तय नहीं किया है. सपा विधायकों को राज्यसभा चुनाव में वोटिंग देने की प्रक्रिया की रामगोपाल यादव ने ट्रेनिंग दी. इस दौरान उन्होंने भी कैंडिडेट की वरीयता नहीं बताया. विधायकों को कैंडिडेट की वरीयता बताने का काम अखिलेश यादव करेंगे, जिसके लिए उन्होंने वोटिंग से पहले का वक्त तय किया है.
राज्यसभा चुनाव के लिए मंगलवार को 9 बजे वोटिंग प्रक्रिया शुरू होगी, लेकिन सपा ने अपने विधायकों को सुबह आठ बजे विधानमंडल में सपा के कार्यलय में बुलाया गया है. वोटिंग से ठीक पहले अखिलेश यादव अपने विधायकों को यह बताएंगे कि सपा के पहले वरीयता पर कौन प्रत्याशी होगा, किसे दूसरी वरीयता पर वोट देने है और किसे तीसरे वरीयता पर वोटिंग करनी है. सूत्रों की माने तो सपा राज्यसभा चुनाव में अपना पहला कैंडिंडेड रामजीलाल सुमन, दूसरे नंबर पर जया बच्चन जबकि तीसरे नंबर पर आलोक रंजन को रखने का है.
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सपा के तीन में से दो प्रत्याशियों की जीत पक्की
सपा ने राज्यसभा चुनाव में तीन प्रत्याशी उतारे हैं, जिनमें से दो की जीत तय है, लेकिन तीसरे प्रत्याशी के लिए काफी मशक्कत करनी होगी. सपा राज्यसभा चुनाव में वरीयता के आधार पर जया बच्चन, रामजीलाल सुमन और आलोक रंजन में से किसे अपना तीसरा उम्मीदवार बनाती है. इस पर तस्वीर मंगलवार को साफ होगी, लेकिन राज्यसभा चुनाव में बीजेपी को अपने तीसरे कैंडिडेट को जिताने के लिए कड़ी मशक्कत करनी होगी. इसकी एक वजह यह भी है कि राजा भैया ने बीजेपी के साथ खड़े होने का स्टैंड लिया है यानी बीजेपी के आठवें प्रत्याशी को वोट देने की स्वीकृति दे दी है. इसके बाद अब सपा को तीसरे कैंडिडेट को जिताने के लिए तीन अतरिक्त वोट तलाशना होगा.
राज्यसभा में एक प्रत्याशी को जिताने के लिए 37 विधायकों के मतों की जरूरत है. सपा को अपने तीनों प्रत्याशी जिताने के लिए 111 विधायकों के मतों की जरूरत है, उसके पास 108 विधायक हैं, इनमें से दो विधायक जेल में हैं और कांग्रेस के दो विधायकों के मत मिलने के बावजूद 108 का आंकड़ा पहुंच रहा है. इस लिहाज से तीन विधायकों के मतों की जरूरत सपा को पड़ेगी. इसीलिए सपा एक-एक वोट जोड़ने में जुटी है. राजा भैया के स्टैंड लेने के बाद सपा की चिंता बढ़ गई है. सपा के दो विधायक फिलहाल जेल में बंद है. रमाकांत यादव और इरफान सोलंकी जेल में है जबकि सपा राकेश पांडेय के बेटे रितेश पांडेय रविवार को बीजेपी का दामन थाम लिए हैं. इस तरह राकेश पांडेय पर भी संशय बना हुआ है.
इस तरह से राज्यसभा का होता है चुनाव
राज्यसभा चुनाव में वोटिंग करने की एक प्रक्रिया है. राज्यसभा चुनाव कोई गुप्त मतदान नहीं होता और न इसमें ईवीएम का प्रयोग होता. यहां हर उम्मीदवार के नाम के आगे एक से चार तक का नंबर लिखा होता है. विधायकों को वरीयता के आधार पर राज्यसभा कैंडिडेट के नाम से उसपर निशान लगाना होता है. एक विधायक एक ही बार वोट दे सकता है. विधायक प्राथमिकता के आधार पर वोट देते हैं. उनको बताना होता है कि उनकी पहली पसंद कौन है और दूसरी कौन. पहली पसंद के वोट जिसे मिलेंगे, उसे जीता माना जाता है.
सपा को अपने तीसरे उम्मीदवार को जिताने के लिए तीन अतरिक्त वोट चाहिए होंगे, जिसके लिए वरियता के आधार पर तीसरे नंबर के कैंडिडेट के लिए काफी चैलेंज है. इसीलिए सपा अपने विधायकों को ट्रेंनिंग देने में जुटी है. रामगोपाल ने सपा की बैठक में बताया कि राज्यसभा चुनाव के मतपत्र में विधायक को उसके आवंटित प्रत्याशी के समक्ष केवल एक खड़ी लाइन खींचनी है. किसी भी दूसरे खाने में वह छूनी नहीं चाहिए. मतपत्र में अपने पेन से वोट नहीं देंगे. पीठाशीन के द्वारा दिए गए पेन का ही इस्तेमाल करना होगा. इसके बाद सभी विधायकों को अपना मत पोलिंग एजेंट को दिखाकर डालना होगा. सपा ने राज्यसभा चुनाव में मतदान का प्रशिक्षण कराने के लिए पार्टी ने डमी मतपत्र तैयार कराए हैं, जिसके लिए ट्रेंनिंग सोमवार को पार्टी कार्यलय में विधायकों को दोबारा दी गई है, लेकिन पार्टी ने वरीयता के आधार पर कैंडिडेट के नाम नहीं खोले हैं.
राज्यसभा चुनाव में वोट का गणित
पी विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या 403 है. इनमें से 3 सदस्यों का निधन हो चुका है. बीजेपी के एक सदस्य अयोग्य हैं. इस तरह कुल 399 विधायक हैं, जिनमें 3 सदस्य जेल में हैं. दो सपा के रमाकांत यादव और इरफान सोलंकी और एक सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी हैं. जेल में बंद विधायकों को राज्यसभा के चुनाव में मतदान में हिस्सा लेने के लिए हाईकोर्ट में अर्जी लगाई गई है. इस तरह से एक राज्यसभा के लिए 37 विधायकों का समर्थन चाहिए होगा. बीजेपी को अपने 8 राज्यसभा सदस्यों को जिताने लिए 296 विधायकों का समर्थन चाहिए जबकि सपा को तीन राज्यसभा सीट जीतने के लिए 111 विधायक चाहिए होगा.
जयंत चौधरी और राजा भैया के बीजेपी के समर्थन में उतरने से राह आसान हो गई है, लेकिन उसके बाद भी उसे छह वोटों की जरूरत है. एनडीए के विधायकों की बैठक में ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा के छह में से तीन विधायक नहीं पहुंचे, जिसमें एक अब्बास अंसारी जेल में हैं जबकि दो विधायकों के नहीं पहुंचने से चिंता बढ़ गई. सपा ने अपने तीनों राज्यसभा प्रत्याशी को जिताने का तानाबाना बुना है, जिसके लिए सुभासपा ही नहीं आरएलडी के दो विधायक निशाने पर हैं. ऐसे में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने विधायकों की सीक्रेट मैसेज मंगलवार को सुबह विधानमंडल में देंगे?