घड़ी की सुइयां घूम गईं… सिंबल चला गया, पार्टी चली गई; शरद पवार के पास अब क्या है विकल्प?

घड़ी की सुइयां घूम गईं… सिंबल चला गया, पार्टी चली गई; शरद पवार के पास अब क्या है विकल्प?

महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अब अजित पवार गुट की हो गई है. चुनाव आयोग ने मंगलवार को अजित पवार गुट को असली एनसीपी माना है. इसके साथ-साथ आयोग ने पार्टी और चुनाव चिह्न भी अजित पवार गुट को सौंप दिया है. चुनाव आयोग के फैसले के बाद शरद पवार के पास क्या विकल्प बचा यह जान लेते हैं.

महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर बड़ा उलटफेर देखने को मिला है. चुनाव आयोग ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) विवाद मामले में अपना फैसला सुना दिया है. चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट को असली एनसीपी माना है. चुनाव आयोग ने एनसीपी का नियंत्रण और पार्टी का चुनाव चिह्न (घड़ी) अजित पवार गुट को दे दिया है. चुनाव आयोग के फैसले को शरद पवार की उनकी 63 साल की राजनीति में सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है. चुनाव आयोग के फैसले पर अब सबकी नजरें इस बात पर आकर टिक गईं हैं कि शरद पवार के पास अब क्या विकल्प बचा है?

एनसीपी प्रमुख शरद पवार के हाथ से पार्टी और सिंबल निकल जाने के बाद अब उनके पास अब एक ही विकल्प बचा है. वह है सुप्रीम कोर्ट में अपील करना. अब पार्टी और सिंबल को लेकर पवार गुट के कोर्ट जाने की संभावना है. कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू होने के बाद इसका नतीजा कब आएगा इसकी कोई गारंटी नहीं है. इसलिए शरद पवार गुट को बिना पार्टी और सिंबल के ही राज्यसभा और लोकसभा चुनाव का सामना करना पड़ सकता है.

अब अजित पवार पार्टी को करेंगे कंट्रोल

दूसरी ओर अजित पवार गुट को पार्टी और सिंबल मिल जाने से अब अजित पवार ही पार्टी के अध्यक्ष होंगे. पार्टी की सारी शक्तियां अब अजित पवार के पास चली जाएंगी. साथ ही यह भी साफ हो गया कि पार्टी का प्रमुख पद अजित पवार गुट के पास ही रहेगा. इसलिए शरद पवार गुट को अजित पवार गुट के व्हिप का पालन करना होगा. कहा जा रहा है कि व्हिप का पालन नहीं करने पर शरद पवार के विधायकों और सांसदों को अयोग्य भी ठहराया जा सकता है.

पार्टी के नाम और चुनाव के लिए शरद पवार गुट को करना होगा आवेदन

चुनाव आयोग ने शरद पवार गुट से नया सिंबल और पार्टी के नाम के लिए आवेदन करने को कहा है. शरद पवार गुट को पार्टी के लिए नये नाम और सिंबल के बारे में चुनाव आयोग को सुझाव देना होगा. सूत्रों की मानें तो शरद पवार गुट की ओर से सुझाव दिए जाने के बाद चुनाव आयोग पहले जांच करेगा फिर उन्हें नया नाम और सिंबल देगा.

एनसीपी शरद पवार गुट के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा है कि चुनाव आयोग का ये फैसला चौंकाने वाला है. एनसीपी के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार के हाथ से पार्टी छीनी जा रही है. उन्होंने कहा कि चूंकि देश की लगभग सभी संवैधानिक संस्थाएं अपनी स्वायत्तता खो चुकी हैं, इसलिए स्पष्ट है कि अतार्किक निर्णय देकर तकनीकी कारणों को सामने रखा गया है. हम चुनाव आयोग के फैसले का विस्तार से अध्ययन करेंगे उसके बाद ही टिप्पणी करेंगे. हम इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे और हमें यकीन है कि देश की सर्वोच्च अदालत हमें न्याय देगी.

विधानसभा में विपक्ष के नेता बोले- हमें पहले से इसका अंदाजा था

NCP के नाम और चुनाव चिह्न के मामले में चुनाव आयोग द्वारा अजित पवार के पक्ष में फैसला सुनाए जाने पर महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि यह सब कुछ हमें अपेक्षित था. जब शिवसेना का फैसला आया था तभी यह अपेक्षित था. यह कोई नई बात नहीं है, यह देश किस दिशा में जा रहा है?

अठावले बोले- पवार साहब एनडीएम में शामिल हो जाएं

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि हम चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हैं. पवार साहब (शरद पवार) को नई पार्टी बनानी चाहिए या वापस NDA में शामिल होना चाहिए. वहीं, केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने कहा, यह सत्य की जीत है, महाराष्ट्र में सत्य जीता है. मैं उन्हें (अजित पवार) बधाई देती हूं. अब हम सब मिलकर भाजपा को चुनाव जीताएंगे और PM मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाएंगे.