INDIA गठबंधन में सपा को मायवाती मंजूर नहीं, कहा- हम तीन ही काफी हैं

INDIA गठबंधन में सपा को मायवाती मंजूर नहीं, कहा- हम तीन ही काफी हैं

इंडिया गठबंधन में मायावती को शामिल करने की चर्चा को लेकर सियासत गरमा गई है. मंगलवार को आज कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेताओं के बीच अहम बैठक हुई. इस बैठक में यूपी में मायावती के साथ गठबंधन की खबरों पर चर्चा हुई जिसमें राम गोपाल यादव ने बसपा के साथ जाने से इनकार कर दिया.

आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर INDIA गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर उठा-पटक का दौर चल रहा है. मंगलवार को कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेताओं की बैठक हुई. इस बैठक में मायावती से गठबंधन का मुद्दा भी उठा. कांग्रेस ने कहा कि मायावती से उसकी कोई बात नहीं हुई है. वहीं, सपा ने कहा है कि यूपी में तीन दलों (कांग्रेस ,सपा और रालोद) के अलावा इस गठबंधन में किसी चौथे दल की आवश्यकता नहीं.

सपा और कांग्रेस नेताओं के बीच हुई बैठक में मायावती से गठबंधन का मुद्दा उठा. इस बैठक में सपा ने सीधे तौर पर बसपा को गठबंधन में शामिल किए जाने की किसी भी संभावनाओं का विरोध किया है. सपा ने कहा है कि यूपी में इंडिया गठबंधन में किसी चौथे दल की जरूरत नहीं है. सपा की तरफ से राम गोपाल यादव ने कहा कि हमने दो बार बसपा से गठबंधन किया था, लेकिन बहुत खराब अनुभव रहा लिहाजा अब समझौते को लेकर हम उत्सुक नहीं हैं.

अमेठी और रायबरेली पर कांग्रेस को ग्रीन सिग्नल

दोनों पार्टियों के बीच हुई इस पहली बैठक में अमेठी और रायबरेली की सीट पर कांग्रेस कैंडिडेट घोषित करने का ग्रीन सिग्नल मिल गया है. बाकी सीटों पर चर्चा 12 जनवरी को होने वाली अगली बैठक में होगी. बैठक के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि यूपी में सपा बड़ा पार्टनर हैं और हम छोटे पार्टनर हैं. वहीं, सपा ने कहा कि हमारी पार्टी की अमेठी और रायबरेली सीट छोड़कर हर सीट पर तैयार है.

अखिलेश का माया पर सॉफ्ट बयान का क्या मतलब?

सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश यादव को भी मायावती के साथ गठबंधन मंजूर नहीं है. कहा जा रहा है कि अखिलेश का माया पर सॉफ्ट बयान बीजेपी विरोध के दलित वोटों को साधने का प्रयास हो सकता है. पहले भी अखिलेश दलितों पिछड़ों को साथ लाने की वकालत कर चुके हैं. हालांकि, यूपी में सपा और कांग्रेस के बीच आगे क्या होने वाला इसका फैसला 12 जनवरी को होने वाली अगली बैठक में ही होगा.