केएल राहुल को दामाद नहीं बेटा ही मानते हैं सुनील शेट्टी, बताई बड़ी वजह

केएल राहुल को दामाद नहीं बेटा ही मानते हैं सुनील शेट्टी, बताई बड़ी वजह

बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी की बेटी अथिया शेट्टी ने भारतीय क्रिकेटर के एल राहुल से शादी की. सुनील शेट्टी को हमेशा से के एल राहुल पसंद रहे हैं. हाल ही में सुनील ने कहा कि वे राहुल को दामाद नहीं बल्कि अपना बेटा ही मानते हैं.

Suniel Shetty on KL Rahul: बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी के लिए ये समय काफी खुशी का है. एक्टर की बेटी अथिया शेट्टी ने अपने बॉयफ्रेंड और इंडियन टीम के क्रिकेटर के एल राहुल संग शादी कर ली. दोनों की शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं. सभी न्यूली वेड कपल को शादी की बधाई दे रहे हैं. सुनील भी बेटी की शादी कर के काफी निश्चिंत हैं और खुश भी हैं. वे के एल राहुल के फैन हैं और उनके खेल को पसंद करते हैं. सुनील शेट्टी ने हाल ही में ये भी कहा है कि वे के एल राहुल को दामाद के तौर पर नहीं देखते बल्कि वे उन्हें बेटे के रूप में देखते हैं.

सुनील शेट्टी ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान इस बारे में बात की. उन्होंने बताया कि उन्हें क्रिकेट में रुचि है और वे बहुत पहले से ही इस गेम को फॉलो कर रहे हैं. साथ ही वे के एल राहुल के भी काफी पुराने प्रशंसक हैं. उन्होंने कहा- मुझे ससुर का रोल नहीं आता. मैं बस उसका फैन रहा हूं. आज भले ही मेरा उनके साथ रिलेशन है लेकिन मैं उनका पुराना प्रशंसक रहा हूं और उन्हीं के जैसे कई सारे यंग टैलेंट को मैं फॉलो करता हूं. मैं हमेशा से यंग टैलेंट को परफॉर्म करते हुए देखना पसंद करता रहा हूं. उस समय से जब मैं अपने करियर की पीक पर था.

पहले से राहुल के फैन हैं सुनील शेट्टी

एक्टर ने आगे कहा- मैं वानखेड़े में यंग प्लेयर्स को खेलते हुए देखने जाया करता था. जब मैंने राहुल को देखा तो मुझे लगा कि ये खिलाड़ी अच्छा है. इसके अलावा वो मेंगलुरु से भी है जो मेरा एरिया है. मैं उन लोगों में से रहा हूं जिन्हें अगर कोई छोटे शहरों से यंग टैलेंट परफॉर्म करें तो देखकर खुशी होती है. तो पहले मैं राहुल का फैन था अब पिता हूं. मैं उन्हें उतना जानता हूं जितना वे खुद को जानते हैं. मैं उनकी रग-रग से वाकिफ हूं.

मेरे लिए सभी बच्चे हैं

आगे सुनील शेट्टी ने कहा- ‘मेरे लिए तो अथिया, अहान और राहुल तीनों ही बच्चे हैं. इसके अलावा अहान की लाइफ में जो लड़की आएगी वो भी मेरी बेटी होगी. जब मैं इन-लॉज की तरह से रिश्ते को देखने लगता हूं तो टेलिविजन ने जो धारणा हमपर थोपी है सास, बहु और ससुर की वो अच्छी नहीं है और उससे रिश्ते के मायने बिगड़ते हैं.’