Aliens कर रहे अमेरिका की जासूसी! US Air Force के जनरल का बड़ा दावा

Aliens कर रहे अमेरिका की जासूसी! US Air Force के जनरल का बड़ा दावा

अमेरिकी सेना की ओर से आकाश में एक के बाद एक कई सदिंग्ध वस्तुओं ने एलियंस की उपस्थिति को हवा दे दी है. अमेरिकी सेना के एक जनरल ने भी एलियंस की उपस्थिति से इनकार नहीं किया है और कहा कि इसकी जांच जारी रहेगी.

अमेरिका में जासूसी गुब्बारे की चर्चा के बीच यूएस एयर फोर्स के जनरल ने बड़ा दावा किया है. अमेरिकी एयर फोर्स के एक जनरल ग्लेन वानहर्क ने खुफिया विशेषज्ञों का हवाला देते हुए कहा कि वो एलियंस या फिर किसी अन्य चीजों की उपस्थिति से इनकार नहीं कर सकते हैं.

पिछले हफ्ते की शुरुआत में अमेरिका ने चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था. इसके बाद से लेकर अभी तक अमेरिकी सेना दो और संदिग्ध वस्तुओं को मारकर गिरा चुकी है. इनमें से एक तो कनाडा में मारकर गिराई गई है. एक के बाद एक संदिग्ध वस्तुओं के आसमान में मिलने की वजह से अमेरिका में एलियंस की चर्चा तेज हो गई है.

‘किसी भी चीज से इनकार नहीं’

अंतरिक्ष में एलियंस के सवालों पर जनरल ग्लेन वानहर्क ने कहा, मैं खुफिया एजेंसी और काउंटर इंटेलिजेंस को इसका पता लगाने दूंगा, मैंने किसी भी चीज से इनकार नहीं किया है. वहीं, नॉर्थ यूएस अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांडर (NORAD) और नॉर्दर्न कमांड के चीफ वैनहर्क ने कहा है कि एलियन को लेकर हम हर खतरे और संभावित खतरे का आंकलन करना जारी रखेंगे.

कनाडा में मार गिराया संदिग्ध वस्तु

जनरल ग्लेन वानहर्क की यह टिप्पणी ऐसे समय आई हैं जब एक दिन पहले यानी रविवार को अमेरिकी लड़ाकू विमान एफ-22 ने कनाडा के हवाई क्षेत्र में एक अज्ञात बेलनाकार वस्तु मार गिराई है. इससे एक दिन पहले अमेरिका ने अलास्का के जल क्षेत्र के ऊपर एक अज्ञात वस्तु और एक सप्ताह पहले साउथ कैरोलाइना तट के पास एक संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था.

चीन ने स्वीकारा-उसी का था गुब्बारा

जहां तक बात जासूसी गुब्बारे की है तो चीन स्वीकार किया है कि मार गिराया गया गुब्बारा उसका ही था लेकिन, उसने जासूसी की बात से इनकार किया है. उसका कहना है कि गुब्बारे को उद्देश्य जासूसी करना नहीं बल्कि मौसम संबंधी जानकारी जुटाना था. चीन के जासूसी गुब्बारे को अमेरिका ने अटलांटिक महासागर में दक्षिण कैरोलाइना के तट के पास चीन के एक गुब्बारे को नष्ट किया. गुब्बारे को लेकर अमेरिका ने कहा कि गुब्बारा चीन के जासूसी कार्यक्रम का हिस्सा था.