आजमाएं नमक के ये आसान उपाय, जीवन में आएगी सकारात्मकता और सुख-समृद्धि

आजमाएं नमक के ये आसान उपाय, जीवन में आएगी सकारात्मकता और सुख-समृद्धि

वास्तु शास्त्र के अनुसार नमक के उपाय बहुत ही कारगर उपायों में से एक होता है. वास्तु के अनुसार घर और आसपास हर समय नकारात्मक ऊर्जा मंडराती रहती है.

वास्तु शास्त्र में कई तरह के छोटे-बड़े उपाय के बारे में बताया गया है. इन उपायों में कुछ उपाय ऐसे होते हैं जिनसे घर में फैली नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में बहुत ही कारगर माना जाता है. यह उपाय नमक से जुड़ा हुआ होता है. वास्तु शास्त्र में नमक से जुड़े कुछ उपायों को करने से घर में खुशहाली और समृद्धि आती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार नमक के उपाय बहुत ही कारगर उपायों में से एक होता है. वास्तु के अनुसार घर और आसपास हर समय नकारात्मक ऊर्जा मंडराती रहती है.

नमक से जुड़े वास्तु के उपाय

घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए जब भी पोछा लगाएं तो पानी में एक चुटकी नमक मिलाकर लगाएं.. इस उपाय से घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है. इसके अलावा घर पर मौजूद जीवाणु भी खत्म होते हैं.

वास्तु के अनुसार जब घर में नकारात्मक ऊर्जा रहती है वहां पर रहने वाले सदस्यों की आर्थिक स्थिति कमजोर होती है साथ ही कई तरह की बीमारियां भी पीछे लग जाती हैं जिससे घर के सदस्य बीमार हो जाते हैं. ऐसे में कांच की शीशी में नमक भरकर उसे अपने बिस्तर के सिरहने के पास रख दें. फिर इस नमक को हर महीने बदलते रहें. इस उपाय से घर के सदस्यों की सेहत में सुधार देखने को मिलेगा.

वास्तुदोष को दूर करने के लिए नमक से जुड़े कुछ उपाय बहुत ही कारगर होते हैं. वास्तुदोष को दूर करने के लिए एक कांच की कटोरी में नमक रखकर उसे घर के कोने में रख दें. इस नमक को हर महीने में बदल दें. इस उपाय से घर में सुख शांति और समृद्धि आती है. इससे घर का वास्तु दोष भी खत्म होगा.

जिन लोगों को मानसिक तनाव, अनिद्रा, आलस्य और बेचैनी रहती है तो नहाने के पानी में एक चुटकी नमक डालकर स्नान करें. इससे इस समस्या का समाधान हो जाएगा.

वास्तु विज्ञान के अनुसार नमक को हमेशा कांच के बर्तन में ही रखना चाहिए. वास्तु शास्त्र में नमक को लोहे या फिर स्टील के बर्तन में नहीं रखना चाहिए. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा मिलता है. दरअसल, नमक और कांच दोनों ही राहु ग्रह के कारक ग्रह हैं जो राहु के नकारात्मक प्रभाव को दूर करती हैं. राहु नकारात्मक ऊर्जा और कीटाणु के कारक माना गया है.