Holi 2023: मुसीबतों से बचना चाहते हैं तो होली पर भूलकर भी न करें ये 5 बड़ी गलतियां
Holi 2023: रंगों के त्योहार होली का बहुत अधिक धार्मिक महत्व है. इस दिन कुछ ऐसे काम होते हैं जिन्हें भूलवश भी नहीं करना चाहिए वरना आपके साथ कुछ अशुभ घटित हो सकता है. तो आइए जानते हैं होली पर किन बातों का रखना चाहिए विशेष ध्यान.
Holi 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि को होली का त्योहार मनाया जाता है. रंगों के इस त्योहार का धार्मिक नजरिए से बहुत अधिक महत्व है. इस दिन लोग तरह-तरह के रंग एक दूसरे को लगाते हैं. इसके ठीक एक दिन पहले होलिका दहन करने की परंपरा है. इस साल होलिका दहन 07 मार्च 2023 को होगा तो वहीं रंग भरी होली 08 मार्च को खेली जाएगी. माना जाता है कि होली के त्योहार पर कुछ ऐसे कार्य होते हैं जिन्हें करने की सख्त मनाही होती है, क्योंकि ये कार्य आपको शुभता के बजाए अशुभ फल प्रदान करते हैं. आइए जानते हैं होली पर हमें कौन से काम भूलकर भी नहीं करना चाहिए.
- यदि आप चाहते हैं कि होली का पर्व बैडलक में न तब्दील हो और आप पर माता लक्ष्मी की कृपा हमेशा बरसती रहे तो होली पर्व पर भूलकर भी घर या बाहर किसी से लड़ाई-झगड़ा न करें. जितना संभव हो घर में सुख-शांति का माहौल रखें. ऐसा करने से आपको आर्थिक परेशानियां कम होंगी. माना जाता है कि कलह की वजह से माता लक्ष्मी रुष्ठ हो जाती हैं और आपको शुभ फल नहीं मिलता.
- होली के दौरान कोशिश करें कि सुबह जल्दी उठें और स्नान अवश्य करें. इसके अलावा प्रात:काल सूर्य देव को जल भी जरूर अर्पित करें. मान्यता है कि जो देर तक सोते हैं या अधिक आलस्य करते हैं उनको नारायण की कृपा नहीं मिलती है. सूर्यदेव की पूजा करने के बाद होली खेलने से पहले भगवान श्रीकृष्ण के चरणों पर रंग चढ़ाएंं और उसे प्रसाद मानकर बाद में खेलें।
- होली के दिन किसी भी बड़े-बुजुर्ग का भूलकर भी अपमान न करें. होली के दिन हर प्रकार से अपने बड़ों को खुश रखें और उनका सम्मान करें तथा उनकी आज्ञा का पालन करें. मान्यता है कि इस दिन बड़े-बुजुर्गों से मिला आशीर्वाद जीवन में तरक्की दिलाता है.
- होली के दिन यदि आपके घर पर आपका कोई शत्रु भी आ जाए तो उसे लौटाकर उसका अपमान न करें, बल्कि उसे आदरपूर्वक बिठाकर सम्मान करें और पुरानी कटुता को दूर करने का प्रयास करें।
- होली के पर्व पर कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। मान्यता है कि इस दिन किए जाने वाले किसी भी शुभ या मांगलिक कार्य में अड़चन आने या फिर असफल होने की आशंका बनी हरती है. यही कारण है कि इस दिन विवाह, मुंडन, सगाई, गृह प्रवेश आदि जैसे शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. ज्योतिष के अनुसार इस दौरान ग्रहों का स्वाभाव उग्र रहता है, जिसके चलते काम में बाधाएं आती हैं.
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)