तिनका-तिनका जोड़ा सारा जीवन, 80 साल की दादी ने फिर भगवान विट्ठल के चरणों में किया सब अर्पण

तिनका-तिनका जोड़ा सारा जीवन, 80 साल की दादी ने फिर भगवान विट्ठल के चरणों में किया सब अर्पण

पंढरपुर के भगवान विट्ठल-रुक्मिणी के मंदिर एक 80 साल की बुजुर्ग महिला ने अपनी जीवन भर की कमाई भगवान के चरणों में समर्पित कर दी.

सोलापुर: उम्र भर तिनका-तिनका जमा किया. फिर एक दिन भगवान के चरणों में सब समर्पित कर दिया. एक 80 साल की दादी मां ने यही किया है. जीवन भर उन्होंने जो कमाया, बचाया और जोगाया वो सब महाराष्ट्र के पंढरपुर के मंदिर में जाकर भगवान विट्ठल के चरणों में चढ़ा आया. गोर-गरीब किसान और मेहनतकश मजदूरों के भगवान माने जाने वाले भगवान विट्ठल के चरणों में इस बूढ़ी मां ने जीवन भर की कमाई दान की है. इस महिला का नाम फूलाबाई चव्हाण है.

अस्सी साल की इस बुजुर्ग महिला ने भगवान विट्ठल के चरणों में 1 लाख 11 हजार रुपए चढ़ाए हैं. लोग लाखों और करोड़ों चढ़ाते होंगे लेकिन वे अरबपति होते होंगे. इस बुजुर्ग महिला ने वो सब चढ़ा दिया जो इनके पास था. इन्होंने अपनी जीवन भर की पूंजी भगवान विट्ठल के चरणों में समर्पित किया है. यह बात बहुत बड़ी है. यह दान बेजोड़ है, बेमिसाल है, अनमोल है.

यह भी पढ़ें- केस जीतूं या हारूंआखिर क्यों सुप्रीम कोर्ट में भावुक हो गए कपिल सिब्बल?

मजदूरी कर बेटे को बड़ा किया, अपने पैरों पर खड़ा किया

फूलाबाई चव्हाण ने जिंदगी भर मजदूरी की और अपने बेटे को बड़ा किया. उसे अपने पैरों पर खड़ा किया. जब जिंदगी की जिम्मेदारियां अच्छी तरह से निभा दीं तो मन ने यही कहा- जो हुआ, जितना हुआ, जितना किया, जितना मिला, सब भगवान विट्ठल का ही दिया हुआ. इसलिए भगवान विट्ठल का आभार जताते हुए पास में जितना जमापूंजी थी, फूलाबाई ने भगवान विट्ठल के चरणों में चढ़ा दिया.

‘दो दिन पहले भगवान सपने में आए, सदा साथ रहने का वादा दोहराए’

दो दिनों पहले इन्हें एक सपना आया. सपने में भगवान विट्ठल आए. ये दादी मां बताती हैं कि भगवान ने उनसे कहा कि वे उनके पीछे खड़े हैं. इसके बाद इस अम्मा ने अपने बड़े बेटे को बुलाकर अपने गहने दिए और कहा कि वे इसे बाजार में बेच आए और जो रकम मिले, उन्हें लाकर दे. बेटे ने वजह पूछी तो इन्होंने अपना मकसद और मंतव्य बताया.

यह भी पढ़ें- भावी सीएम सुप्रिया सुलेअजित पवार, जयंत पाटील के बाद अब मुंबई में ये लगा पोस्टर, NCP में क्या पक रहा है?

‘उनका दिया उन्हें ही अर्पण कर रही, अनोखा ऐसा क्या कर रही”

बेटे ने कहा कि जिंदगी भर की कमाई भगवान को देकर खाली हाथ होने में चिंता नहीं हो रही है? मां ने कहा, काहे की चिंता, आज तक जो दिया, वो उनके पांडुरंग भगवान ने ही दिया. आगे भी जरूरत महसूस हुई तो वही पूरी करेगा. फिर बेटे ने कहा कि वह अपनी कमाई से दे देगा. लेकिन मां ने कहा कि वह अपने भगवान को अपनी जमा पूंजी ही देना चाहती है. इस तरह जमा पैसे इस महिला ने भगवान के चरणों में अर्पण कर दिए.