अयोध्या मर्डर केस: जमीन की रंजिश में युवक के 6 टुकड़े किए, चाचा सहित 4 पर केस

अयोध्या मर्डर केस: जमीन की रंजिश में युवक के 6 टुकड़े किए, चाचा सहित 4 पर केस

मृतक दिनेश के भाई ने पुलिस में तहरीर देते हुए अपने ही चाचा समेत चार लोगों पर हत्या का गंभीर आरोप लगाया है. आरोप है कि जमीनी विवाद को लेकर पहले से ही परिवार में तनातनी चल रही थी और इसी विवाद ने खूनी रूप ले लिया.

अयोध्या जिले के बीकापुर कोतवाली अंतर्गत पटेल नगर से एक रूह कंपा देने वाली वारदात सामने आई है. यहां 22 वर्षीय युवक दिनेश वर्मा की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई. हैरान कर देने वाली बात यह रही कि हत्यारे ने युवक के शव के छह टुकड़े कर दिए. इस निर्मम हत्याकांड के पीछे की वजह जमीनी रंजिश बताई जा रही है. मृतक दिनेश वर्मा बीए फाइनल ईयर का छात्र था और अपने परिवार के साथ पटेल नगर में रहता था. सोमवार सुबह उसका क्षत-विक्षत शव घर के बाहर बने छप्पर में पाया गया. शव की हालत देखकर परिजनों और गांव वालों के होश उड़ गए. पूरे इलाके में सनसनी फैल गई.

दिनेश के भाई ने पुलिस में तहरीर देते हुए अपने ही चाचा समेत चार लोगों पर हत्या का गंभीर आरोप लगाया है. आरोप है कि जमीनी विवाद को लेकर पहले से ही परिवार में तनातनी चल रही थी और इसी विवाद ने खूनी रूप ले लिया. स्थानीय पुलिस को जैसे ही मामले की जानकारी मिली, उन्होंने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि बाकी दो आरोपी फिलहाल फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं.

एसपी ग्रामीण ने दी मामले की जानकारी

एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने मीडिया को बताया कि मृतक दिनेश की हत्या बेहद निर्ममता से की गई है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और फॉरेंसिक टीम ने मौके से अहम साक्ष्य जुटाए हैं. फिलहाल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और बाकी दोनों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा.

गांव में पुलिस बल की तैनाती की गई

पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि घटना के पीछे प्राथमिक वजह जमीनी विवाद ही नजर आ रही है, लेकिन जांच के बाद ही स्थिति पूरी तरह साफ हो पाएगी. गांव में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है, ताकि किसी तरह का तनाव न फैले. यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि रिश्तों की विश्वसनीयता पर गहरा सवाल है. जिस चाचा को पिता समान माना जाता है, जब वही हत्या का आरोपी बने तो समाज को सोचने पर मजबूर होना ही पड़ता है.

अयोध्या जैसे धार्मिक और शांतिप्रिय शहर में हुई इस निर्मम वारदात ने कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. अब देखना ये होगा कि पुलिस बाकी दो आरोपियों को कब तक गिरफ्तार कर पाती है और पीड़ित परिवार को न्याय कब तक मिलता है.