पन्ना: BJP MLA की बेटी, अमानगंज नगर परिषद अध्यक्ष… 30 हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार हुईं सारिका खटीक
दमोह जिले के हटा विधानसभा सीट से वर्तमान बीजेपी विधायक उमा देवी खटीक की बेटी सारिका खटीक को लोकायुक्त ने 30 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया. सारिका खटीक पन्ना जिले के अमानगंज नगर परिषद की अध्यक्ष हैं. उन्होंने बिलों के भुगतान के एवज में 30 हजार रुपए की मांग की थी.
मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां बीजेपी विधायक उमा देवी खटीक की बेटी सारिका खटीक को 30 हजार रुपए रिश्वत लेते सागर लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. सारिका खटीक वर्तमान में पन्ना जिले की नगर परिषद अमानगंज की अध्यक्ष हैं, जबकि उनकी मां उमा देवी खटीक दमोह जिले के हटा विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक हैं. सारिका खटीक की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक हलके में हड़कंप मचा हुआ है.
सागर से आई लोकायुक्त की टीम से मिली जानकारी अनुसार, राघवेंद्र राज मोदी निवासी अमानगंज, जिला पन्ना ने सागर लोकायुक्त SP ऑफिस आकर शिकायत दर्ज कराई थी. दर्ज कराई शिकायत में बताया था कि उनकी लिफ्टर मशीन नगर पंचायत के तहत ठेके पर लगाई गई थी. नगर परिषद में उनका चार महीने का बिल बकाया है. बिल पास होने को लेकर वह लंबे समय से परेशान हो रहे हैं.
बिना पैसे बिलों का भुगतान नहीं कर रही थीं सारिका खटीक
साथ ही शिकायतकर्ता राघवेंद्र राज ने बताया कि अमानगंज नगर परिषद अध्यक्ष सारिका खटीक बिलों के भुगतान के एवज में 30 हजार रुपए की रिश्वत मांग रही हैं. राघवेंद्र राज की शिकायत को लोकायुक्त की टीम ने गंभीरता से लिया और इसको अपने स्तर से वेरिफाई कराया कि क्या वाकई में नगर परिषद अध्यक्ष भुगतान के एवज में पैसों की मांग कर रही हैं. पुष्टी होने के बाद गुरुवार को लोकायुक्त की टीम ने शिकायतकर्ता राघवेंद्र राज को कैमिकल पाउडर लगे नोट लेकर अध्यक्ष सारिका खटीक के पास भेजा. जैसे ही सारिका खटीक ने वो नोट लिय, वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया.
ऑफिस में रिश्वत लेते पकड़ी गईं सारिका खटीक
अभी तक मध्य प्रदेश के सरकारी कार्यालयों में अधिकारी और बाबू रिश्वत लेते पकड़े गए थे, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है, जब कोई जनप्रतिनिधि रिश्वत लेते पकड़ा गया हो. सारिका खटीक को उनके ही ऑफिस से रिश्वत लेते पकड़ा गया है. शिकायतकर्ता राघवेंद्र राज मोदी ने बताया कि सारिका खटीक जब से अध्यक्ष बनी हैं, लिफ्टर के भुगतान में प्रतिमाह पैसा ले रही थीं. यह रकम बढ़ाती जा रही थीं. इसी से तंग आकर उन्होंने सागर लोकायुक्त में शिकायत की. राघवेंद्र राज मोदी ने बताया कि ठेकेदारी करने से साथ-साथ वह बीजेपी से भी जुड़े हैं. बीजेपी की सरकार में उन्हें न्याय की उम्मीद थी.
(रिपोर्ट- प्रदीप सिंह/छतरपुर)