Blinkit Strike: जोमैटो का दांव पड़ा उल्टा, 1000 से ज्यादा डिलीवरी बॉय ने पकड़ी दूसरी कंपनियां

Blinkit Strike: जोमैटो का दांव पड़ा उल्टा, 1000 से ज्यादा डिलीवरी बॉय ने पकड़ी दूसरी कंपनियां

Blinkit Strike Today: Zomato के मालिकाना हक वाले डिलीवरी ऐप ब्लिंकिट का जबरदस्त विरोध हो रहा है. कंपनी ने डिलीवरी बॉय को मिलने वाला इंसेंटिव काफी कम कर दिया है. अब डिलीवरी राइडर्स ने भी नाराज होकर दूसरी कंपनियों में काम शुरू कर दिया है.

Blinkit Strike News: डिलीवरी बॉय के इंसेंटिव कम करके Blinkit फंसती नजर आ रही है. दिल्ली-एनसीआर के 1,000 से ज्यादा डिलीवरी राइडर्स ने दूसरी डिलीवरी कंपनियों का हाथ थाम लिया है. इससे ब्लिंकिट को तगड़ा झटका लगा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक Zomato की मालिकाना हक वाली ब्लिंकिट के राइडर्स ने Swiggy Instamart, Zepto और BB जैसी क्विक-ईकॉमर्स कंपियां जॉइन कर ली हैं.

दरअसल, इस महीने की शुरुआत में ब्लिंकिट ने डिलीवरी ऑर्डर पहुंचाने वाले राइडर्स के पेमेंट प्लान में बदलाव किया था. बदलाव के तहत कंपनी ने राइडर्स का पेआउट काफी घटा दिया. डिलीवरी बॉयज ने इस फैसले का कड़ा विरोध किया और हड़ताल की. कई दिनों तक काम बंद रहने से कंपनी के बिजनेस पर भी काफी फर्क पड़ा.

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Blinkit ने कम किया पेआउट

ब्लिंकिट ने डिलीवरी राइडर्स के लिए डिस्टेंस के हिसाब से प्रति ट्रिप का मिनिमम चार्ज 15 रुपये तय किया. इससे पहले ये 25 रुपये प्रति डिलीवरी के हिसाब से फिक्स था. इसके अलावा पीक-ऑवर में 7 रुपये प्रति ट्रिप भी मिलता था. इंसेंटिव घटने के बाद ब्लिकिंट डिलीवरी वर्कर्स ने प्रोटेस्ट करना शुरू कर दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनी ने उनकी कमाई घटा दी है.

Delhi-NCR में बंद रहे ब्लिंकिट स्टोर

ब्लिंकिट राइडर्स के विरोध प्रदर्शन का असर दिल्ली-एनसीआर में काफी देखने को मिला. दिल्ली, ग़ाज़ियाबाद, नोएड, गुरुग्राम और फरीदाबाद के कई डार्क स्टोर और माइक्रो वेयरहाउस बंद रहे. कंपनी की लाख कोशिशों के बाद भी कई वेयरहाउस ठप रहे. दिल्ली-एनसीआर में ब्लिंकिट के करीब 200 वेयरहाउस है, जहां से 2.3km के दायरे में सामान डिलीवर किया जाता है.

एक तिहाई ने छोड़ी कंपनी

हड़ताल से पहले दिल्ली-एनसीआर में ब्लिंकिट के डिलीवरी एग्जीक्यूटिव की संख्या करीब 3,000 थी. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक हफ्ते तक चले प्रोटेस्ट के बाद इनमें से लगभग एक-तिहाई ने दूसरे डिलीवरी प्लेटफॉर्म को जॉइन कर लिया है. जोमैटो की कंपनी के पास फिलहाल कितने डिलीवरी एक्जीक्यूटिव बचे हैं इसकी जानकारी नहीं मिली है.

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