Final में नहीं बेस्ट प्रदर्शन, लगातार मिली टक्कर, फिर कैसे ऑस्ट्रेलिया बना चैंपियन?

Final में नहीं बेस्ट प्रदर्शन, लगातार मिली टक्कर, फिर कैसे ऑस्ट्रेलिया बना चैंपियन?

ऑस्ट्रेलिया ने रिकॉर्ड छठीं बार टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता, जिसमें चौथी बार ऑस्ट्रेलिया ने मेग लैनिंग की कप्तानी में ही खिताब जीता है.

केपटाउनः ऑस्ट्रेलिया की कप्तान मेग लैनिंग और उनकी टीम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्यों मौजूदा ऑस्ट्रेलिया महिला टीम विश्व क्रिकेट की सबसे मजबूत और सबसे खतरनाक टीम है. एक ऐसी टीम, जो अपना 100 फीसदी न खेलकर भी विरोधियों को जीत से रोक दे. सेमीफाइनल में भारत के खिलाफ पूरी लय में न खेलकर भी ऑस्ट्रेलिया ने जीत दर्ज की और फाइनल में जगह बनाई. फाइनल में फिर साउथ अफ्रीका के खिलाफ भी उसने दमदार प्रदर्शन के बिना भी खिताब जीत लिया और इसके लिए कप्तान लैनिंग ने पूरी टीम की मेहनत और जुझारूपन को श्रेय दिया.

केपटाउन में रविवार 26 फरवरी को खेले गए फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने साउथ अफ्रीका को 19 रन से हराकर रिकॉर्ड छठी बार खिताब जीता. ये सिर्फ छठा टी20 वर्ल्ड कप खिताब ही नहीं था, बल्कि इन खिताबों की दूसरी हैट्रिक भी थी. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान लैनिंग ने अपनी टीम की इस ऐतिहासिक सफलता को खास प्रयास बताते हुए कहा कि उन्हें इस उपलब्धि पर बहुत गर्व है.

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‘हर टीम ने कड़ी टक्कर दी’

बतौर कप्तान खुद चौथी बार टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज लैनिंग ने जीत के बाद माना कि उनकी टीम का प्रदर्शन पूरी तरह से अच्छा नहीं था लेकिन टीम ने पूरा दम लगाया. लैनिंग ने कहा,

यह टीम का विशेष प्रयास है. सभी टीमों ने हमें कड़ी टक्कर दी लेकिन हमें बहुत गर्व है. हमें लगा कि यह अच्छा स्कोर है लेकिन हमें अच्छी गेंदबाजी करनी होगी. यह सेमीफाइनल जितना अच्छा प्रदर्शन नहीं था. हमें दक्षिण अफ्रीका पर दबाव डालना पड़ा.

ऑस्ट्रेलिया के अलावा कोई और टीम एक से अधिक बार यह खिताब नहीं जीत पाई है. ऑस्ट्रेलिया ने इससे पहले 2010, 2012, 2014, 2018 और 2020 में यह खिताब जीता था.

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ऐसा रहा मैच का हाल

ऑस्ट्रेलिया ने मूनी की 53 गेंद में नौ चौकों और एक छक्के से नाबाद 74 रन की पारी के अलावा उनकी एलिसा हीली (18) के साथ पहले विकेट की 36 और ऐश्ली गार्डनर (29) के साथ दूसरे विकेट की 46 रन की साझेदारी से छह विकेट पर 156 रन बनाए. इसके जवाब में साउथ अफ्रीका की टीम सलामी बल्लेबाज लॉरा वूलफार्ट (48 गेंद में 61 रन, पांच चौके, तीन छक्के) के अर्धशतक के बावजूद छह विकेट पर 137 रन ही बना सकी.