इस दुर्गा पूजा पंडाल में दिखेंगे आजादी से लेकर अब तक के सिक्के, कॉइन म्यूजियम में विराजेंगी ‘मां’

इस दुर्गा पूजा पंडाल में दिखेंगे आजादी से लेकर अब तक के सिक्के, कॉइन म्यूजियम में विराजेंगी ‘मां’

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में थीम आधारित पूजा पंडाल बनाने का प्रचलन है. दक्षिण कोलकाता के बाबूबागान ने भारतीय सिक्कों से पूजा पंडाल का निर्माण किया है.


पश्चिम बंगाल में थीम पर आधारित दुर्गा पूजा पंडाल बनाये जाते हैं. कोरोना महामारी के दो साल के अंतराल के बाद इस साल होने वाली दुर्गा पूजा को लेकर आयोजकों और दर्शनार्थियों में काफी उत्साह है. कोलकाता के पूजा पंडाल अलग-अलग थीम में पूजा पंडाल का निर्माण कर रहे हैं. कोलकाता के बाबूबगान सरबोजनीन दुर्गोत्सव समिति ने एक अनूठी थीम “गढ़ी” है. आयोजकों को उम्मीद है कि यह पूजा पंडाल काफी लोकप्रिय होगा. 61 साल पुरानी दक्षिण कोलकाता पूजा के पंडाल को सिक्कों से सजाया गया है. मां दुर्गा कॉइन म्यूजियम में विराजेंगी.

दक्षिण कोलकाता के इस पूजा पंडाल का थीम गीत के रूप में मां तुझे सलाम है. यह गाना पूजा पंडाल में गूंजता रहेगा और इसके माध्यम से मां दुर्गा और देश दोनों को श्रद्धांजलि दिया जाएगा. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को इस पूजा पंडाल का उद्घाटन किया है.

पूजा पंडाल में साल 1947 से अभी तक के सिक्कों की दिखेगी झलक

बाबूबगान सरबोजनीन दुर्गोत्सव समिति के थीम की मास्टरमाइंड और क्लब के कोषाध्यक्ष सुजाता गुप्ता ने कहा,1947 में देश की आजादी के बाद से अब तक, महत्वपूर्ण अवसरों पर कई स्मारक सिक्के जारी किए गए हैं. हमने ऐसे सिक्के एकत्र किए हैं और उनसे पंडाल को सजाया है. इनमें से कुछ सिक्के मूल हैं, बाकी प्रतिकृतियां हैं.” उन्होंने कहा कि मां की मूर्ति को एक सिक्का संग्रहालय में रखा जाएगा. एक सिक्का पार्क होगा. हमने फाइबर और प्लास्टर ऑफ पेरिस से बने सिक्के लगाये गये हैं. मूल सिक्के मेरे पति और ससुर के संग्रह से हैं.”

कॉइन म्यूजियम में विराजेंगी मां दुर्गा, ‘मां तुझे सलाम’ गूंजेगा गाना

Ma Durga In Coins

फोटोः सिक्के के म्युजियम में मां दुर्गा के सामने दीप जलातीं सीएम ममता बनर्जी.

सुजाता गुप्ता ने बताया कि कलाकार सनातन पाल द्वारा बनाई गई मिट्टी से बनी मां दुर्गा की प्रतिमा 16 फीट के व्यास के साथ एक विशाल सिक्के जैसी संरचना में उकेरी गई है. मूर्ति 14 फीट लंबी होगी. एक बार तैयार होने के बाद, यह एक विशेष स्मारक सिक्के जैसा होगा. कल्याण सेन बारात ने पूजा के लिए देशभक्ति थीम वाला संगीत तैयार किया हैॉ. गुप्ता ने कहा, “मां तुझे सलाम गाने को फिर से कंपोज किया गया है और संगीतकार ने इसे अलग तरीके से इस्तेमाल किया है.” बता दें कि बाबूबगान पूजा आमतौर पर बंगाल की समृद्ध संस्कृति और परंपरा पर केंद्रित होती है. साल 2018 में, पंडाल एक टेराकोटा मंदिर की प्रतिकृति थी. 2019 में सजावट पटचित्र पर आधारित थी. गुप्ता ने कहा कि सासल 2020 में हमने बर्दवान पर अपने पंडाल की थीम रखी और जिले के भोजन, संस्कृति और परंपरा पर प्रकाश डाला था. 2021 में, हमने पुनर्जागरण का प्रदर्शन किया था.