16 हजार से ज्यादा टीचरों की जांच में नहीं मिला ‘घोस्ट’, शिक्षा मंत्री बोले- LG दिल्ली के काम रोकना करें बंद

16 हजार से ज्यादा टीचरों की जांच में नहीं मिला ‘घोस्ट’, शिक्षा मंत्री बोले- LG दिल्ली के काम रोकना करें बंद

दिल्ली के शिक्षा मंत्री राज कुमार आनंद ने कहा कि मनगढ़त कहानियां बनाकर दिल्ली के गेस्ट टीचर्स को घोस्ट टीचर्स कहने वाले LG साहब द्वारा शिक्षा विभाग पर कराई गई जांच का नतीजा भी शून्य निकला. जहां केजरीवाल सरकार एक बार फिर ईमानदार साबित हुई.

दिल्ली- दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच एक बार फिर से तनातनी बढ़ गई है. इस बार घोस्ट टीचर्स के आरोपों के जवाब में केजरीवाल सरकार उपराज्यपाल पर हमलावर हो गई है. जहां शिक्षा निदेशालय की जांच रिपोर्ट में सब कुछ सही पाए जाने पर दिल्ली सरकार और आदमी पार्टी इसे क्लीन चिट मान कर चल रही है. इस बीच दिल्ली के शिक्षा मंत्री राजकुमार आनंद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि एलजी ने आरोप लगाया गया था कि शिक्षा विभाग द्वारा गेस्ट टीचर्स की भर्ती में अनियमितता थी.

इसके बाद LG ने दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ाने वाले गेस्ट टीचर्स का अपमान करते हुए उन्हें घोस्ट टीचर कहा था. उनका आशय था की बड़ी संख्या में गेस्ट टीचर हैं ही नहीं. शिक्षा मंत्री राजकुमार आनंद ने कहा कि अपनी इस मनगढ़ंत कहानी को सच साबित करने के लिए LG ने जांच कराई। अभी उस जांच की रिपोर्ट आई है जिसने ये साबित कर दिया है कि LG का ये आरोप भी पूरी तरह से मनगढ़ंत था और निराधार थे. जांच में साफ हो गया कि जो गेस्ट शिक्षकों नियुक्त है वो न सिर्फ़ क्वालिफाइड हैं बल्कि उनकी रोज की अटेंडेंस भी बायोमेट्रिक के जरिए ऑनलाइन मार्क होती है.

गेस्ट टीचर्स को “घोस्ट” बता बैठाई जांच, रिपोर्ट ने बताया बेदाग

वहीं, शिक्षा मंत्री राजकुमार आनंद ने बताया कि इस जांच में दिल्ली सरकार के स्कूलों में पोस्टेड 16600 गेस्ट टीचर्स के डाक्यूमेंट्स वेरिफाई किए गए, जिसमें महज सिर्फ 109 को छोड़कर किसी भी केस में कोई भी कमी नहीं पायी गई है. उन्होंने कहा कि 109 टीचर के केस ऐसे है, जिनके डॉक्यूमेंट में छोटी-मोटी कमियां है. इन टीचरों को शिक्षा विभाग की ओर से अपने कागजात जमा कराने के लिए एक्सट्रा समय दिया गया है.

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झूठे आरोप लगाकर गरीब बच्चो की पढ़ाई में रोड़ा मत डालिए

इसके साथ ही राजकुमार आनंद ने आगे कहा कि LG कभी कोई ख़्वाब देखते है और फिर जनता के काम रोकने के लिए उसके आधार पर दिल्ली सरकार पर आरोप लगा देते है. हद तो तब हो गई जब LG दिल्ली में गरीब लोगों के बच्चों की शिक्षा को रोकने का काम कर रहे है. एलजी ने दिल्ली में शिक्षा क्रांति लाने वाले टीचरों को घोस्ट (भूत) कहना बेहद ही शर्मनाक है. ये सभी टीचर्स दिन-रात मेहनत करके दिल्ली के एजुकेशन मॉडल को विश्व भर में चर्चा का विषय बनाया है और शिक्षा के क्षेत्र में लोग दिल्ली मॉडल का उदाहरण देते है.

मगर, एलजी टीचरों का सम्मान करने के बजाय उनके लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल कर रहे है. जो बेहद ही शर्मनाक है. मैं LG से निवेदन करता हूं कि वो अपने कर्तव्यों को समझे और दिल्ली के लोगों के भलाई के लिए दिल्ली सरकार के कामों में रुकावट न डाले.

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