ED ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में बिहार कैडर के IAS अधिकारी और पूर्व विधायक को किया गिरफ्तार

ED ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में बिहार कैडर के IAS अधिकारी और पूर्व विधायक को किया गिरफ्तार

ईडी ने बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव को मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक यह गिरफ्तारी बिहार के जल जीवन मिशन घोटाले और भ्रष्टाचार के आरोप में की गई है. इससे पहले ईडी ने जुलाई, अगस्त और सितम्बर में छापेमारी भी की थी.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव को मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक संजीव हंस को जहां पटना से गिरफ्तार किया गया, वहीं गुलाब यादव को पीएमएलए की धाराओं के तहत एजेंसी ने दिल्ली से हिरासत में लिया. ये गिरफ्तारियां शुक्रवार को ईडी की ताजा तलाशी से पहले की गईं.

दरअसल ED ने बिहार के जल जीवन मिशन घोटाले और भ्रष्टाचार के आरोप में IAS संजीव हंस और गुलाब यादव को शुक्रवार (आज) को गिरफ्तार किया है. 1997 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी संजीव हंस ने बिहार ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव के रूप में कार्य किया है, जबकि गुलाब यादव राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के पूर्व विधायक हैं. उन्होंने 2015 से 2020 तक मधुबनी जिले की झंझारपुर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया. दोनों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला बिहार पुलिस की एक एफआईआर से जुड़ा है.

ईडी ने की थी छापेमारी

बता दें, पिछले महीने, ईडी ने उन लोगों और संगठनों के परिसरों की और तलाशी ली थी, जिनके साथ आईएएस संजीव हंस का वित्तीय लेनदेन था.10 सितंबर से 12 सितंबर के बीच दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में पांच स्थानों पर तलाशी ली गई. तलाशी अभियान के दौरान 87 लाख रुपए नकद, 13 किलो चांदी की बुलियन कीमत 11 लाख रुपये (लगभग) और 2 किलो सोने की बुलियन और आभूषण जिनकी कीमत लगभग 1.5 करोड़ रुपए थी, जब्त किये गये.

देश के कई शहरों में चलाया तलाशी अभियान

इसके अलावा, हवाला, बैंकिंग लेनदेन के विवरण वाले विभिन्न आपत्तिजनक साक्ष्य भी बरामद और जब्त किए गए. इससे पहले ईडी ने 16 जुलाई, 19 जुलाई, 31 जुलाई और 23 अगस्त को पटना, दिल्ली, पुणे, हरियाणा और पंजाब के विभिन्न स्थानों पर तलाशी ली गई थी. इसमें सोने के आभूषणों सहित विभिन्न भौतिक और डिजिटल साक्ष्य मिले थे. साथ ही 80 लाख की लग्जरी घड़ियां और संजीव हंस के परिसर से 70 लाख रुपए जब्त किए गए.