तेज रफ्तार कार ने कुचला… हड्डियां टूटी, लेकिन उठा और बोला- Thank God
अमूमन जब भी कभी कहीं कोई किसी की जान लेने की कोशिश करता है. तो पीड़ित हमेशा जान लेने की कोशिश करने वाले को कोसता ही है. आरोपी को जेल भिजवाने की हर संभव कोशिश करता है. यह उस शख्स की है जो खुद को ऊपर कार चढ़ा दिए जाने पर भी यही बोला, "थैंक गॉड".
England News: पुलिस से बचकर भागने की नाकाम कोशिश करते एक ड्राइवर ने सड़क पर कूड़े का ढेर समझकर एक अफसर के ऊपर कार चढ़ा दी. अफसर के कई अंगों ने हमेशा के लिए काम करना बंद कर दिया है. इसके बाद भी पीड़ित अधिकारी ने ईश्वर का शुक्रिया अदा किया? लेकिन क्यों? यह किस्सा है इंग्लैंड में बर्मिंघम के दक्षिण पश्चिम इलाके का है.
दरअसल पीसी एंडरसन नाम के एक अधिकारी सड़क पर स्टिगर लगवा रहे थे. उसी रास्ते पर पुलिस से बचता हुआ चालक जेम्स क्लार्क जा पहुंचा. पीछे पड़ी पुलिस से जेम्स इस कदर डरा हुआ था कि वो समझिए आंख बंद करके अंधाधुंध अपनी कार सड़क पर दौड़ा रहा था. उसी अंधाधुंध गति से सड़क पर बेतहाशा दौड़ रही कार को जेम्स क्लार्क ने जाने-अनजाने अधिकारी पीसी एंडरसन के ऊपर चढ़ा दिया.
जुर्म के बाद फिर किया जुर्म
चालक कार को इसलिए तेज गति से सड़क पर भगा रहा था क्योंकि, वेओली कैसल इलाके में हुई फोर्ड फियस्टा कार की तलाश में पुलिस उसका पीछा कर रही थी. 33 साल के जेम्स क्लार्क जैसे ही शेनले लेन की ओर से लॉन्ग न्यूक रोड़ की ओर तेजी से मुड़ा तो वहां उसकी कार सड़क पर पहले से मौजूद रहकर स्टिगर लगवा रहे अधिकारी पीसी एंडरसन को कूड़े का ढेर समझ लिया. ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि एंडरसन सड़क किनारे बैठकर काम करवा रहे थे.
जब कार के नीचे आने पर पीसी एंडरसन की चीख निकली और वे 20 मीटर हवा में उछलकर दूर जा गिरे, तब एक्सीडेंट को अंजाम देने वाले कार चालक जेम्स क्लार्क को इस बात का अंदाजा हुआ कि उसकी कार किसी कूड़े के ढेर पर नहीं, बल्कि इंसान के ऊपर जा चढ़ी है. मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी. जेम्स के पीछे पुलिस पहले से ही पड़ी हुई थी. ऊपर से उसने कार को किसी इंसान को कूड़े का ढेर समझकर उसके ऊपर भी चढ़ा दी थी.
अफसर की टूटीं सभी पसलियां
बर्मिंघम लाइव की रिपोर्ट के मुताबिक, भागते हुए कार चालक को कार समेत कुछ दूर और पीछा करके बेल लेन पर गिरफ्तार कर लिया गया. उधर कार चालक जेम्स क्लार्क की जानलेवा कार ड्राइविंग की चपेट में आने से पीसी एंडर की तकरीबन सभी पसलियां टूट गईं. वे बेहोश हो गए थे. उनके घटने और चेहरे पर गंभीर चोट लग चुकी थी. उनको गंभीर हाल में अस्पताल में दाखिल कराया गया.
भले ही इस हादसे ने पीसी एंडरसन को तोड़ दिया हो, मगर जब उन्हें होश आया तो उन्होंने ‘थैंक गॉड’ ही बोला. उन्होंने कहा कि मेरा एक्सीडेंट हुआ. कैसे हुआ यह सब बाद की बात है? मैं जिंदा हूं मेरे लिए यह जरूरी है. इस मामले में गिरफ्तार कार चालक जेम्स क्लार्क कॉपस्टन ग्रोव वेओली कैसल का मूल निवासी है. उसे 23 फरवरी को बर्मिंघम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने उसे 2 साल और 10 महीने की सजा सुना कर जेल में डाल दिया. साथ ही तीन साल पांच महीने तक उसके ऊपर कार चलाने पर भी पाबंदी लगा दी.
तेज रफ्तार से गाड़ी चला रहा था आरोपी
पुलिस ने मुकदमे की सुनवाई को दौरान कोर्ट को बताया कि आरोपी कार चालक ने जब हादसे को अंजाम दिया तब वो 30 मील प्रति घंटे की स्पीड वाले रास्ते पर कार चला रहा था. जबकि उसकी कार की गति निर्धारित गति सीमा से कई गुना ज्यादा (80 मील प्रति घंटा) थी. उधर पुलिस को दिए बयान में पीड़ित अधिकारी पीसी एंडरसन ने कहा, “आरोपी कार चालक ने रेड लाइट को भी नजरअंदाज करके मेरे ऊपर कार चढ़ा दी थी.”
उधर आरोपी सजायाफ्ता कार चालक जेम्स क्लार्क के बचाव में, जेम्स टर्नर ने कहा कि आरोपी कार चालक 12 साल की उम्र से ही नशीली दवाओं और शराब की लत से ग्रसित है. उसकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है. वो नशे से बचाव की दवाओं के नियंत्रण में था, जब उसने हादसे को अंजाम दिया. उधर आरोपी कार चालक क्लार्क ने भी लिखित में कोर्ट से कहा कि उसे अपने किए पर खेद है. इसके लिए वो लिखित में माफी मांगता है. अपने किए पर वो शर्मिंदा है. मगर कोर्ट ने उसकी कोई दलील नहीं सुनी.