गजब! 300 रुपए की ज्वेलरी 6 करोड़ में बेची, जयपुर में अमेरिकी महिला पर्यटक से ठगी
राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक ज्वेलर बाप-बेटे का गजब कारनामा सामने आया है. बाप-बेटे ने मिलकर एक अमेरिकी महिला को 300 रुपए के कीमत की नकली ज्वेलरी छह करोड़ रुपए में बेच दी. महिला इस ज्वेलरी को लेकर अमेरिका भी चली गई. वहां उसे पता चला कि ये नकली है तो वह जयपुर आई और पुलिस से इसकी शिकायत की.
राजधानी जयपुर में विदेशी महिला को नकली ज्वेलरी बेचकर छह करोड़ रुपए ठगने का मामला सामने आया है. ज्वेलर बाप-बेटे ने चांदी की चेन पर सोने की पॉलिश और 300 रुपए वाले मोजोनाइट स्टोन को लाखों रुपए का हीरा बताकर फर्जी सर्टिफिकेट भी दिया. पुलिस ने फर्जी सर्टिफिकेट जारी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं फरार चल रहा ज्वेलर बाप-बेटे के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी करवाया है.
बीते दिनों हुई एक घटना ने जयपुर के पूरे सराफा बाजार को कटघरे में खड़ा कर दिया. यहां ज्वेलर्स बाप और बेटे की जोड़ी ने अमेरिका की रहने वाली एक महिला को चूना लगाते हुए छह करोड़ के नकली जेवर बेच दिए. यही नहीं नकली गहनों के नकली सर्टिफिकेट भी थमा दिए. जब पोल खुली तो बाप-बेटे की शातिर जोड़ी ने उल्टा विदेशी महिला को ही फंसाने की साजिश रची, लेकिन जब पुलिस पहुंची तो पता चला कि बाप-बेटे ने मिलकर विदेशी महिला को चूना लगाया है.
जयपुर के गोपालजी का रास्ता स्थित दुकान नंबर-1009 रामा रोडियम से बीते दो साल पहले USA की रहने वाली चेरिश नौरते नाम की महिला ने छह करोड़ के गहने खरीदे थे. वह गहनों को लेकर USA चली गई थी. वहां पर उसने एग्जीबिशन में स्टॉल लगाई. इस दौरान उसे पता चला कि उसके जेवर नकली हैं. यह सुनते ही उसके होश उड़ गए. वो शिकायत करने के लिए एक महीने पहले वापस जयपुर पहुंची. ज्वेलर्स की दुकान रामा रोडियम पर उसने नकली ज्वेलरी की शिकायत की, लेकिन उल्टा ज्वेलर्स गौरव सोनी विदेशी महिला से ही उलझ गए.
विदेशी महिला ने आरोपी ज्वेलर्स पर दर्ज कराई FIR
इसके बाद विदेशी महिला चेरिश नौरते ने दूसरी जगह पर गहनों की ऑथेंटिसिटी चेक करवाई तो वहां भी यह नकली निकले. चेरिश ने अपनी एंबेसी को इस ठगी की सूचना दी और फिर ज्वेलर्स राजेंद्र सोनी और उसके बेटे गौरव सोनी के खिलाफ माणक चौक पुलिस थाने में FIR दर्ज करवाई. इसी बीच ज्वेलर्स ने भी विदेशी महिला के खिलाफ लूट-पाट की झूठी शिकायत दी, लेकिन जब पुलिस ने गहनों की जांच करवाई तो नकली ज्वेलरी बेचने के तथ्य सामने आए.
एडिशनल DCP ने दी मामले की जानकारी
एडिशनल DCP बजरंग सिंह शेखावत ने बताया कि विदेशी महिला ने जो डायमंड खरीदे, उसमें डायमंड की जगह मोशनाइट पत्थर था. गहनों में जो गोल्ड की मात्रा 14 कैरेट होनी चाहिए थी, वो केवल दो कैरेट निकली. इसी बात को लेकर महिला की जब ज्वेलर्स से नोकझोंक हुई और उसने थाने में शिकायत देने की बात कही तो ज्वेलर्स राजेंद्र और गौरव ने महिला को जबरदस्ती रोकने का प्रयास किया, जो दुकान के CCTV में कैद हो गया.
उल्टा विदेशी महिला पर ही लगा दिया आरोप
उसी विवाद के CCTV फुटेज को ज्वेलर्स ने हथियार बनाते हुए थाने में महिला पर गहने लेकर भागने की शिकायत दी. जब पुलिस ने पड़ताल की तो मामला झूठा निकला. इस दौरान बाप-बेटा दोनों मौका देख फरार हो गए. फिलहाल पुलिस ने फर्जी होलमार्क सर्टिफिकेट जारी करने वाले नंदकिशोर को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं मुख्य आरोपी राजेंद्र सोनी और गौरव सोनी के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया है.
आरोपी ज्वेलर्स के खिलाफ 4 और शिकायतें मिलीं
विदेशी महिला की शिकायत के बाद चार शिकायतें और भी पुलिस को मिली हैं, जिसमें गौरव सोनी और राजेंद्र सोनी पर करोड़ों की धोखाधड़ी का आरोप लगा है. पुलिस की जांच में ये भी सामने आया है कि धोखाधड़ी के रुपए से ज्वेलर्स ने जयपुर में तीन करोड़ रुपए का फ्लैट खरीदा है. पुलिस फरार बाप-बेटे की तलाश में दबिश दे रही है.
एडिशनल DCP बजरंग सिंह ने बताया कि USA की रहने वाली चेरिश नौरते ने 18 मई को माणक चौक थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. वह पिछले दो साल यानी साल 2022 से ज्वेलर राजेंद्र सोनी और गौरव सोनी के कॉन्टैक्ट में थीं. चेरिश ज्वेलर बाप-बेटे से रत्न जड़ित गहने खरीदकर यूएसए में बिजनेस करती थीं.