कोटा में रावण दहन से पहले हादसा, दशानन के पुतले का सिर टूटकर गिरा, मची अफरातफरी

कोटा में रावण दहन से पहले हादसा, दशानन के पुतले का सिर टूटकर गिरा, मची अफरातफरी

कोटा में 80 फीट बने रावण का धड़ चढ़ाया जा रहा था, तभी क्रेन में लगी हुई पट्टी टूट गई और रावण पंडाल में जा गिरा. उसके पहले मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले को खड़ा कर दिया गया था, लेकिन रावण को क्रेन से ले जाते समय ही उसका धड़ पंडाल पर जा गिरा.

राजस्थान कोटा में राष्ट्रीय दशहरा मेला 2024, 12 अक्टूबर को रावण दहन किया जाना है. इसके लिए शुक्रवार रात को क्रेन की मदद से रावण को खड़ा किया जा रहा था. क्रेन की मदद से रावण का धड़ करीब 12-15 फीट ऊंचाई तक उठाया गया और उसी दौरान क्रेन मे बंधा पट्टा टूट गया. पट्टा टूटने के कारण रावण का धड़ वहां बन रहे पंडाल पर गिर गया और रावण का सर धड़ से अलग हो गया. पंडाल पर गिरने से उसमें बड़ा छेद हो गया.

रावण के धड़ का पीछे का हिस्सा भी डैमेज हो गया. मौके पर काफी लोग मौजूद थे. गनीमत रही कोई हादसा नहीं हुआ और सूचना मिलने पर मेला समिति के अध्यक्ष व निगम अधिकारी मौके पर पहुंचे. यहां शनिवार को शाम के समय रावण का दहन होना है, ऐसे में राष्ट्रीय दशहरे महीने का रावण दोबारा से तैयार किया जाना है. इस अव्यवस्था के बाद यहां पर फिर से कुछ तैयारियां की जानी हैं.

मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले हुए खड़े

यहां पर रावण दहन की तैयारियों के दौरान मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले खड़े हो गए, जबकि रावण के धड़ को उठाने के दौरान क्रेन में बंधा हुआ पट्टा भी टूट गया और रावण गिर गया. जिस समय रावण के पुतले को खड़ा करना चाह रहे थे, उस दौरान वहां पर बारिश भी शुरू हो गई. अचानक बदले मौसम के कारण रावण के धड़ को क्रेन में रोककर रखना पड़ गया.

ऐसे में 80 फीट लंबे रावण को क्रेन पर इतनी देर तक टिकाना भी इस घटना का कारण हो सकता है. हालांकि, रावण के धड़ के गिरने से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ. यहां आयोजित किए जाने वाले इस रावण दहन कार्यक्रम में दूर-दूर से लोग आते हैं, ऐसे में अच्छे रावण को बनाने के लिए दिल्ली से कलाकारों को बुलाया गया था. इसके बाद 80 फीट लंबे रावण को बनाया गया था.

रिपोर्ट- हरीश आचार्य