Lata Mangeshkar Death Anniversary: लताजी को दिया गया ट्रिब्यूट, रेत पर बनाई गई तस्वीर
Lata Mangeshkar Death Anniversary: स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन को आज एक साल हो गया है. आज भी लताजी के चाहनेवाले उनके जाने के गम से उभर नहीं पाए हैं.
Lata Mangeshkar Death Anniversary: स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन को आज एक साल हो गया है. आज भी लताजी के चाहनेवाले उनके जाने के गम से उभर नहीं पाए हैं. उनके परिवार को हर पल उनकी छोटी-छोटी बातें याद आती रहती हैं. उनके निधन की खबर ने पूरी इंडस्ट्री की आंखों को नम कर दिया था. एक साल पहले आज ही के दिन लता मंगेशकर ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था.
‘भारत रत्न’ लताजी को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां उन्होंने 29 दिनों तक जिंदगी के लिए जंग लड़ी थी. उन्हें कोरोना हो गया था, जिसके साथ उन्हें निमोनिया भी हो गया था. इन दोनों बीमारियों से लता मंगेशकर ज्यादा लड़ नहीं पाई. आज उनकी पहली डेथ एनिवर्सरी के मौके पर स्वर कोकिला को ट्रिब्यूट दिया जा रहा है. दरअसल लता मंगेशकर की पहली पुण्यतिथि के मौके पर, सेंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर उनकी मूर्ति बनाई है.
On the occasion of the first death anniversary of Lata Mangeshkar, sand artist Sudarsan Pattnaik created a 6ft high sand sculpture with the message ‘Tribute to Bharat Ratna Lata Ji, Meri Awaaaz Hi Pehechan Hai’, at Puri beach in Odisha (05.02) pic.twitter.com/IeqtWTbvPh
— ANI (@ANI) February 6, 2023
लता मंगेशकर की रेत बनाी गई ये मूर्ति करीब 6 फीच ऊंची है. इसके साथ ही उन्होंने इस मूर्ति के साथ उन्होंने लिखा है ‘भारत रत्न लता जी को श्रद्धांजलि, मेरी आवाज ही पहचान है’. ये देखने में बेहद ही शानदार है. रेत पर इस तरह लता जी की तस्वीर बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि देना, यूजर्स को काफी पसंद आ रहा है. इस मूर्ति को बनाने के लिए बेहद ही कम रंगों का इस्तेमाल किया गया है. गौर करने वाली बात ये हैं कि सेंड आर्टिस्ट ने लताजी की तस्वीर को साथ-साथ म्यूजिक इंस्ट्यूमेंट भी बनाया है.
बता दें, साल 2001 में ला मंगेशकर को उनके सदाबहार गाने और उनकी कला को देखते हुए उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था. उन्हें इससे पहले पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका था. लताजी के पास कई बड़े नेशनल अवॉर्ड मौजूद थे. उनके गाने सदाबहार रहेंगे और लताजी भी सभी के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगी.