लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर कंटेनर में घुसी डबल डेकर बस, 18 की मौत, बिहार से आ रही थी दिल्ली
आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर बड़ा हादसा हुआ है. इस हादसे में एक डबल डेकर बस आगे चल रही दूध के कंटेनर में घुस गई. इस हादसे की वजह से 18 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना है. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे पर आज जमकर मौत बरसी है. इस एक्सप्रेस वे पर मंगलवार-बुधवार की रात एक तेज रफ्तार डबल डेकर आगे चल रहे दूध के कंटेनर में घुस गया. इस हादसे में 18 लोगों की मौत की सूचना है. जबकि 20 से अधिक लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर है. यह हादसा उन्नाव के पास हुआ है. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
पुलिस के मुताबिक यह बस बिहार के सीतामढ़ी से दिल्ली जा रही थी. जैसे ही यह बस लखनऊ से आगे बढ़ कर उन्नाव के बेहटामुजावर थाना क्षेत्र में पहुंची, अचानक से ड्राइवर को झपकी आ गई. इतने में यह बस आगे चल रही दूध के कंटेनर में घुस गई. यह हादसा पलक झपकते हुआ. चूंकि हादसे के वक्त कंटेनर की स्पीड कम थी और बस की स्पीड ज्यादा थी. इसकी वजह से टक्कर भी बहुत तेज हुआ. इसमें बस का अगला हिस्सा और कंटेनर का पिछला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया.
30 से अधिक लोग गंभीर रूप से जख्मी
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची उन्नाव पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से तत्काल बस में से घायलों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया. पुलिस ने बताया कि 30 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, इनमें 20 से अधिक लोगों की हालत नाजुक है. वहीं 18 लोगों की मौत हुई है. पुलिस के मुताबिक शवों को बस के अंदर से निकालने के लिए बस की बॉडी को काटना भी पड़ा है. सभी मृतकों और घायलों की पहचान कर उनके परिजनों को सूचित किया जा रहा है. परिजनों के आने के बाद ही शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा.
ये भी पढ़ें
दो परिवारों के 8 लोगों की मौत
पुलिस ने हादसे की सूचना तत्काल जिला मुख्यालय के साथ ही पुलिस कंट्रोल रूम लखनऊ को दी. इसके बाद सीओ बांगरमऊ अरविंद चौरसिया भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि हादसे के कारणों की जांच कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि इस हादसे के 14 मृतकों की पहचान हो चुकी है. इनमें दिलशाद पुत्र अशफाक निवासी मोदीपुरम मेरठ यूपी, बीटू पुत्र राजेन्द्र निवासी भादूर शिवहर बिहार, रजनीश पुत्र रामविलास निवासी सीवान बिहार, लालबाबू दास पुत्र रामसूरज दास, भरत भूषण कुमार पुत्र लाल बहादुर दास, बाबू दास पुत्र रामसूरज दास और रामप्रवेश कुमार निवासी हिरागा शिवहर बिहार, मो. सद्दाम पुत्रर मो. बशीर निवासी गमरोली शिवहर बिहार, नगमा पुत्री शहजाद, शबाना पत्नी मो. शहजाद निवासी भजनपुरा दिल्ली, चांदनी पत्नी मो. शमशाद मो. शफीक पुत्र अब्दुल बसीर, मुन्नी खातून पत्नी अब्दुल बसीक, और तौफीक आलम पुत्र अब्दुल बसीर निवासी शिवोली, मुलहारी आदि शामिल हैं. इनके अलावा अभी भी चार अन्य मृतकों की पहचान बाकी है.