मुश्किल में कांग्रेस नेता जीतू पटवारी…पहुंचा 10 करोड़ का मानहानि नोटिस, जानें वजह

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के भाई नारायण यादव ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी को 10 करोड़ का मानहानि का नोटिस भेजा है. यह मानहानि का नोटिस पटवारी द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों के चलते भेजा गया है.
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी की मुश्किलें अब बढ़ने वाली है. प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के भाई नारायण यादव पर टिप्पणी करना उन्हें भारी पड़ गया है. पटवारी को 0 करोड रुपए मानहानि का नोटिस भेजा गया है. सबसे पहले आपको बताते हैं कि आखिर क्या कहा था कांग्रेस नेता ने.
दरअसल कुछ दिन पहले जीतू पटवारी ने उज्जैन से 50 किलोमीटर दूर बड़नगर तहसील में एक कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव के भाई समाजसेवी नारायण यादव पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि भोलेनाथ की नगरी में नारायण टैक्स चल रहा है. यहां मशीनों से लेकर शराब, जमीन रोड के कांट्रेक्टर काम के लिए नारायण टैक्स देना पड़ता है.
जीतू पटवारी को भेजा 10 करोड़ का मानहानि का नोटिस
वहीं इस टिप्पणी से आहत होकर नारायण यादव ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को 10 करोड़ रुपए मानहानि का नोटिस भेजा है. इस मामले में जानकारी देते हुए सीनियर एडवोकेट वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि जीतू पटवारी ने समाजसेवी नारायण यादव के बारे में जो बात कहीं उससे नारायण यादव की मान प्रतिष्ठा खराब हुई है. इस बयान के बाद से ही उनके पास लगातार कई लोगों के फोन पहुंच रहे हैं जो की काफी पीड़ा दायक हैं. वकील ने कहा कि भरी सभा में नारायण यादव को टैक्स उगाही करने वाला बताना सरासर गलत है इसीलिए पटवारी को 10 करोड़ की मानहानि का नोटिस भेजा गया है.
एडवोकेट ने बताया कि नारायण यादव सीएम डॉ मोहन यादव के बड़े भाई होकर 70 वर्षीय समाजसेवी हैं. वह यादव महासभा के अध्यक्ष भी हैं. कांग्रेस अध्यक्ष ने उनके ऊपर झूठे आरोप लगाए हैं. इसलिए उन्हें 10 करोड़ रुपए का मानहानि का नोटिस भेजा गया है. नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि आप यह जानते थे कि जो कृत्य आप कर रहे हैं वह भारतीय न्याय संहिता की धारा 356 के अंतर्गत आता है जो की एक दंडनीय अपराध है.
सीएम मोहम यादव के भाई पर जीतू पटवारी का हमला
ऐसा पहली बार हुआ है जब जीतू पटवारी ने व्यक्तिगत तौर पर सीएम के भाई पर सीधा निशाना साधा हो. उन्होंने कहा कि था कि इंदौर में भी नारायण टैक्स की हवा आ रही है. वहां एक दयालु बाबा है पहले उनका टैक्स लगता था. अब इन नारायण भैया ने खुद का नाम दयालु बाबा रख लिया है. मंच पर उपस्थित चेतन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि एक दयालु था जिसके साथ हिस्ट्रीशीटर के नाम आते हैं और एक नारायण टैक्स वाले उज्जैन के दयालु है, जो जब तक मोहन भैया को कुर्सी से नहीं हटा लेंगे दम नहीं लेंगे.