नागपुर: एक परिवार, 4 सदस्य और कमरे में लटकते सभी के शव… सुसाइड या मर्डर?
नागपुर जिले में एक ही परिवार के चार लोगों के शव मिलने से हड़कंप मच गया. नागपुर ग्रामीण पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि घर में मिले सुसाइड नोट से पता चला है कि धोखाधड़ी के एक मामले में बेटे की गिरफ्तारी के कारण परिवार तनाव में था. पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि घर का दरवाजा तोड़ा गया तो परिवार के सभी सदस्य फंदे से लटके हुए पाए गए.
महाराष्ट्र के नागपुर जिले में एक ही परिवार के चार लोगों के शव मिलने से हड़कंप मच गया. एक घर में दंपति और उनके दो बेटे अपने घर में मृत पाए गए. पुलिस को आत्महत्या करने का संदेह है. पड़ोसियों ने जब घर में सन्नाटा पसरा देखा तो पुलिस को सूचना दी थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने घर का दरवाजा तोड़ा तो सभी के शव फंदे से लटक रहे थे. वहीं मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है.
नागपुर में हुई इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान 68 वर्षीय विजय मधुकर पचोरी, 55 वर्षीया माया, जोकि मधुकर पचोरी की पत्नी थीं और उनके बेटे गणेश और दीपक के रुप में हुई है.
पड़ोसियों ने पुलिस को दी सूचना
घर में सन्नाटा पसरा देख पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी थी. पुलिस ने पहुंचकर घर का दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिलने पर दरवाजे को तोड़ दिया. दरवाजा तोड़ जैसे ही घर के अंदर घुसे तो देखा कि परिवार के चारों लोगों के शव फंदे से लटक रहे थे. पुलिस ने सभी शवों को नीचे उतरवाने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है. जिससे ये साफ है कि परिवार के सभी लोगों ने एक मामले में बड़े बेटे के जेल जाने की वजह से आत्महत्या कर ली है.
तनाव में था परिवार
नागपुर ग्रामीण पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि घर में मिले सुसाइड नोट से पता चला है कि धोखाधड़ी के एक मामले में बेटे की गिरफ्तारी के कारण परिवार तनाव में था. पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि घर का दरवाजा तोड़ा गया तो परिवार के सभी सदस्य फंदे से लटके हुए पाए गए. जिनकी पहचान की गई है.
पुलिस को मिला सुसाइड नोट
अधिकारियों ने बताया कि मौके से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है. सुसाइड नोट पर परिवार के सभी सदस्यों के हस्ताक्षर हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है. उन्होंने बताया कि वहां बरामद एक सुसाइड नोट से पता चलता है कि इस वर्ष की शुरुआत में मध्य प्रदेश के पंढुरना पुलिस थाने में दर्ज धोखाधड़ी के एक मामले में बड़े बेटे की गिरफ्तारी के कारण परिवार बहुत तनाव में था.