‘अपने-अपने राम’, महाकाल की नगरी उज्जैन में कुमार विश्वास 3 दिन सुनाएंगे श्रीराम कथा
धार्मिक नगरी उज्जैन में विक्रम संवत 2080 के स्वागत की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इस वर्ष विक्रम उत्सव पर नगर मे 19 मार्च तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें नाट्य प्रस्तुति छाया चित्रों की प्रदर्शनी, वेद सम्मेलन, राष्ट्रीय संगोष्ठी, कवि सम्मेलन वेद अंताक्षरी और पौराणिक फिल्मों के प्रदर्शन के साथ ही तीन दिवसीय श्री राम कथा का आयोजन भी होगा.
धार्मिक नगरी उज्जैन में विक्रम संवत 2080 के स्वागत की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इस वर्ष विक्रम उत्सव पर नगर मे 19 मार्च तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें नाट्य प्रस्तुति छाया चित्रों की प्रदर्शनी, वेद सम्मेलन, राष्ट्रीय संगोष्ठी, कवि सम्मेलन वेद अंताक्षरी और पौराणिक फिल्मों के प्रदर्शन के साथ ही तीन दिवसीय श्री राम कथा का आयोजन भी होगा. वैसे तो विक्रमोत्सव को लेकर किए जा रहे प्रत्येक कार्यक्रम महत्वपूर्ण है, लेकिन विक्रम उत्सव के इस पर्व के दौरान 21 फरवरी से 23 फरवरी तक कालिदास संस्कृत अकादमी में प्रख्यात कवि-लेखक कुमार विश्वास की राम कथा का आयोजन भी होने वाला है. यह कार्यक्रम 21 फरवरी से 23 फरवरी तक रात्रि 8:00 बजे से शुरू होगा जिसमें कुमार विश्वास के द्वारा अपने-अपने राम, शंकर के राम और राम के शंकर पर राम कथा प्रस्तुत की जाएगी.
पहले आओ,पहले स्थान पाओ की रहेगी व्यवस्था
कार्यक्रम पूर्णत: नि:शुल्क रहेगा जिसमें पहले आओ-पहले स्थान पाओ की व्यवस्था रहेगी. विक्रमोत्सव के कार्यक्र म को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि उज्जैन को पर्यटन के रूप में विश्व पटल पर चमकाने, महान शासक सम्राट विक्रमादित्य और विक्रम संवत की महिमा से लोगों को परिचित कराने को अलग-अलग तारीखों में विभिन्न कार्यक्रम विक्रमोत्सव के यह कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है.
यह होंगे धार्मिक आयोजन
-21 से 27 फरवरी : विक्रम कीर्ति मंदिर सभागार में संस्कार भारती के बैनर तले नाट्य प्रस्तुतियां. -21 से 23 फरवरी : कालिदास संस्कृत अकादमी में कुमार विश्वास की राम कथा. -24 फरवरी : प्रदेश के विभिन्न मंदिरों में होने वाले भगवान के विशेष शृंगार के छायाचित्रों की प्रतियोगिता एवं प्रदर्शनी. -25 से 27 फरवरी : विक्रम विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय वेद सम्मेलन. -9 से 10 मार्च : चिंतामन गणेश मंदिर क्षेत्र में मेला. -14 से 21 मार्च : सम्राट विक्रमादित्य, राजा भोज, महर्षि सांदीपनि, चाणक्य, रामायण पर आधारित नाट्य प्रस्तुति. -17 से 21 मार्च : पीवीआर में पौराणिक फिल्मों का प्रदर्शन. -19 मार्च : शुक्ल यजुर्वेद संहिता पर आधारित वेद अंताक्षरी.
गौरव दिवस पर होंगे ये कार्यक्रम
गुड़ी पड़वा, 22 मार्च को उज्जैन का गौरव दिवस मनाया जाएगा. इस दिन सुबह रामघाट पर सूयोर्पासना होगी. शाम को पार्श्व गायक शान द्वारा फिल्मी गीतों की प्रस्तुति दी जाएगी. इसी दिन जीवाजी वेधशाला में वैदिक घड़ी का लोकार्पण किया जाएगा. विक्रम विश्वविद्यालय में दीक्षा समारोह होगा. विक्रम पंचांग का लोकार्पण भी होगा. समस्त कार्यक्रम की आंतरिक तैयारी शुरू कर दी गई है.
यह आयोजन भी होंगे
-21 फरवरी : हस्तशिल्प व्यापार मेला, ग्रामोद्योग हस्तशिल्प मेला, मालवी व्यंजन मेला, वन औषधि मेला. -25 फरवरी : बिरला भवन में विक्रमादित्य मुद्रा एवं मुद्रांक की प्रदर्शनी. -28 फरवरी : देश के महापौर, स्थायी समिति अध्यक्ष एवं जनप्रतिनिधियों का सम्मेलन. -3 से 5 मार्च : विक्रम कीर्ति मंदिर सभागार में भारतीय काल गणना की वृहद परंपरा पर आधारित राष्ट्रीय संगोष्ठी. -7 मार्च : फ्रीगंज स्थित टावर चौक पर कवि सम्मेलन. -11 से 12 मार्च : कालिदास अकादमी में राष्ट्रीय युवा सम्मेलन. -17 से 22 मार्च : दशहरा मैदान पर पुस्तक मेला.