UP पुलिस भर्ती परीक्षा: बलिया के नीरज ने WhatsApp पर भेजा था पेपर, STF ने किया अरेस्ट
पुलिस भर्ती पेपर लीक केस में यूपी एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है. एसटीएफ ने परीक्षार्थियों को सवाल का हल वाट्सऐप पर भेजने वाले जालसाज को अरेस्ट कर लिया है. इस आरोपी की पहचान बलिया के रहने वाले नीरज यादव के रुप में हुई. उसे मथुरा के किसी उपाध्याय ने उत्तर कुंजी भेजी थी. ऐसे में अब एसटीएफ ने उपाध्याय की तलाश में दबिश तेज कर दी है.
पुलिस भर्ती पेपर लीक केस में यूपी एसटीएफ को बड़ी सफलता मिली है. एसटीएफ ने परीक्षार्थियों को वाट्सऐप पर सवालों के जवाब देने वाले को अरेस्ट कर लिया है. इस आरोपी की पहचान बलिया के रहने वाले नीरज यादव के रूप में हुई है. इस नीरज यादव को मथुरा के रहने वाले किसी उपाध्याय ने आंसर सीट भेजी थी. नीरज यादव से पूछताछ के बाद एसटीएफ की अलग अलग टीमों ने मथुरा में दबिश तेज कर दी है.
एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिकपुलिस भर्ती में पेपर लीक मामले की जांच के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है. यह तीनों टीमें अलग अलग तरीके से मामले की जांच कर रही हैं. इसी जांच पड़ताल के दौरान पता चला कि पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर चार स्थानों से लीक हुए हैं. इसमें आगरा, मथुरा, प्रतापगढ़ और बलिया शामिल है. इस इनपुट के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच करते हुए बलिया से नीरज यादव को अरेस्ट किया है.
एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक इस धांधली में कुछ कोचिंग सेंटर भी शामिल हो सकते हैं. संभावना है कि इसमें तीन कोचिंग सेंटर यूपी में ही हैं, वहीं चौथा कोचिंग सेंटर राजस्थान के भरतपुर में है. पुलिस ने इन चारों कोचिंग सेंटरों की पड़ताल शुरू कर दी है. इसी के साथ इस धांधली के मास्टर माइंड तक भी पहुंचने की कोशिश की जा रही है. बताया जा रहा है कि मथुरा का उपाध्याय इस मास्टरमाइंड के सीधा संपर्क में था और उसके जरिए इस धांधली को अंजाम दिया गया.
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एसटीएफ के अधिकारियों की माने तो जिस प्रिंटिंग प्रेस में क्वेश्चन पेपर की छपाई हुई, वहीं से पेपर भी लीक हुआ. फिर इसे विभिन्न कोचिंग सेंटरों में हल कर परीक्षा माफिया ने अपने गुर्गों के जरिए प्रदेश भर में आंसर सीट भिजवाई है. पुलिस की जांच में कुछ इस तरह के इनपुट भी मिले है कि परीक्षा माफिया ने यह प्रश्नपत्र कोचिंग सेंटरों को बेचे थे और कोचिंग सेंटर वालों ने इसे परीक्षार्थियों तक पहुंचाया है. बता दें कि पुलिस भर्ती बोर्ड ने इस परीक्षा के लिए कुल 48,17,442 एडमिट कार्ड जारी किए थे. इनमें से 43,13,611 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था.