बारिश के पानी में डूब गई कार, बाल-बाल बची मंत्री की बेटी की जान, देखें VIDEO

बारिश के पानी में डूब गई कार, बाल-बाल बची मंत्री की बेटी की जान, देखें VIDEO

मंत्री मुरारी लाल मीणा की बेटी निहारिका जोरवाल की फॉर्च्यूनर कार रविवार को अंडर पास के जलभराव में डूब गई. ड्राइवर ने कार को जबरन निकालने का प्रयास किया, लेकिन कार नहीं निकल सकी. ऐसे में स्थानीय लोग 'देवदूत' बनकर मौके पर पहुंचे.

राजस्थान में झमाझम बारिश का दौर लगातार जारी है. वहीं, मानसून की इस बारिश से कई जिलों में लोगों की जान आफत में पड़ गई है. इसी कड़ी में रविवार को राजधानी जयपुर में मंत्री मुरारी लाल मीणा की बेटी निहारिका जोरवाल की फॉर्च्यूनर कार अंडर पास के जलभराव में डूब गई. बड़ी मुश्किल से स्थानीय लोगों ने मंत्री की बेटी और उनके ड्राइवर को बाहर निकाला. जिसके बाद दोनों ने राहत की सांस ली. आपको बता दें कि राज्य के कई इलाकों में बादल जमकर बरस रहे हैं, जिससे लोगों की गर्मी से राहत मिलने के साथ ही परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है. सड़के लबालब हो गई, जिससे आमजन को भी जलभराव और जाम का सामना करना पड़ रहा है.

दरअसल, मंत्री मुरारी लाल मीणा की बेटी निहारिका जोरवाल की फॉर्च्यूनर कार मालवीय नगर स्थित नंदपुरी अंडर पास से होकर गुजर रही थी. तभी जलभराव में कार डूब गई. ड्राइवर ने कार को जबरन निकालने का प्रयास किया, लेकिन कार नहीं निकल सकी. ऐसे में स्थानीय लोग ‘देवदूत’ बनकर मौके पर पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद मंत्री की बेटी और उसके ड्राइवर को बाहर निकाला जा सका.

सड़कें बनी दरिया, डूबने लगे वाहन

आपको बता दें कि राजधानी जयपुर में बारिश के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया और कई स्थानों पर गाड़ियां पानी में डूबी हुई देखने को मिली. वहीं, मुख्य मार्गों की सड़कें पानी से लबालब हो गई. इसके साथ ही जयपुर में बारिश के बाद बीसलपुर बांध में पानी की आवक बढ़ गई. बारिश के बाद जयपुर की सीकर रोड नदी में तब्दील हो गई.

बारिश ने खोली नगर-निगम की पोल

वहीं, झमाझम सवा घंटे की बारिश से टोंक रोड, शाहपुरा, जेएलएन मार्ग, झालाना डूंगरी, जवाहर नगर, आदर्श नगर, दुर्गापुरा,सीतापुरा, वीकेआई, सिरसी रोड, सीकर रोड, मानसरोवर, भांकरोटा, दिल्ली रोड, चंदवाजी, कोटपूतली, शिवदासपुरा, चाकसू इलाकों को भिगो कर रख दिया. जगह-जगह गड्ढे नजर आने लगे हैं. वहीं सीवर लाइन की भी पोल खुलती नजर आ रही है. सड़कों की बदहाली से नगर-निगम भी अभिज्ञ नहीं हैं. स्थानीय लोगों को रोजाना इन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.