बंगाल में पूरे साल त्योहार मनाया जाता है- दुर्गा पूजा उत्सव नहीं मनाने की मांग पर बोलीं CM ममता
दुर्गा पूजा शुरू होने से पहले जूनियर डॉक्टरों की ओर से पूरी तरह से काम बंद करने की बात पर सीएम ममता बनर्जी ने कल मंगलवार को कहा था कि कि लोग पूरे साल इस त्योहार का सभी लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं.
हाल के दिनों में लगातार विरोध और प्रदर्शन का सामना करने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज बुधवार को कहा कि पूरे साल अलग -अलग उत्सव मनाना और इन समारोहों के दौरान समावेशिता को बढ़ावा देना पश्चिम बंगाल की संस्कृति में घुला-मिला है.
मुख्यमंत्री ममता का यह बयान कुछ समय पहले कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए रेप और मर्डर मामले में इंसाफ की मांग करते हुए प्रदर्शनकारियों के एक वर्ग की ओर से दुर्गा पूजा उत्सव का बहिष्कार करने की बात कही जा रही है.
उत्सव सभी को साथ लेकर चलते हैंः CM ममता
पीड़िता के परिजनों की ओर से भी इसके बहिष्कार की मांग की गई है. पीड़िता युवा डॉक्टर के परिजनों ने पिछले महीने कहा था, “हम अपनी बेटी के साथ हर साल दुर्गा पूजा का उत्सव मनाते थे, लेकिन आने वाले सालों में हम कभी भी दुर्गा पूजा या कोई अन्य त्योहार नहीं मनाएंगे.”
सीएम ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के मुखपत्र जागो बांग्ला के पूजा संस्करण के विमोचन के अवसर पर उपस्थित लोगों से कहा, “बहुत से लोग लगातार सवाल कर रहे हैं कि हम इन उत्सवों में क्यों लगे हुए हैं? सवाल करने वालों को समझना चाहिए कि पश्चिम बंगाल की संस्कृति पूरे साल उत्सवों से समृद्ध है. हम इन उत्सवों और पर्वों के दौरान सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास करते हैं.”
दुर्गा पूजा त्यौहारी मौसम की शुरुआत का प्रतीकः CM ममता
दुर्गा पूजा शुरू होने से पहले जूनियर डॉक्टरों की ओर से पूरी तरह से काम बंद करने के मद्देनजर सीएम ममता ने कल मंगलवार को कहा था कि कि लोग पूरे साल इस त्योहार का सभी लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं.
दुर्गा पूजा की अहमियत की बात करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा, “यहां के लोग साल भर दुर्गा पूजा उत्सव की बेसब्री से प्रतीक्षा करते हैं. बंगाल में दुर्गा पूजा त्यौहारी मौसम की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है. दुर्गा पूजा के बाद दिवाली, काली पूजा और छठ पूजा आती है. त्यौहारों का यह मौसम दिसंबर में क्रिसमस तक जारी रहता है.”