बिहार से आया छात्र कोटा में मौत के फंदे पर झूला, नीट की कर रहा था तैयारी

बिहार के एक छात्र ने कोटा में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. छात्र 20 दिन पहले नीट की तैयारी करने के लिए बिहार से कोटा आया था. पुलिस को मृतक के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. वहीं मृतक के परिजनों ने पुलिस-प्रशासन से गुहार लगाई है कि उसका पोस्टमार्टम न कराया जाए.
राजस्थान के कोटा में सोमवार को एक छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. छात्र कोटा के जवाहर नगर इलाके के तलवंडी में किराए के मकान में रह रहा था. यहीं सोमवार रात को छात्र ने फांसी लगा ली. छात्र के आत्महत्या करने की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने रात को ही मृतक के शव को महाराव भीमसिंह अस्पताल के पोस्टमार्टम रूम में रखवा दिया.
बाताया जा रहा है कि मृतक छात्र बिहार के कटिहार क्षेत्र के दरियापुर गांव का रहने वाला था. छात्र कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था. मृतक छात्र की पहचान तमीम इकबाल के रूप में हुई है. पुलिस को उसके कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. फिलहाल आत्महत्या के पीछे के कारणों का पता नहीं चल पाया है.
परिवार वाले नहीं चाहते मृतक के शव का पोस्टमार्टम
इस आत्महत्या के मामले में कोटा शहर के जवाहर नगर थाना पुलिस का कोई बयान अभी सामने नहींं आया है. उधर छात्र के आत्महत्या करने की सूचना मिलने के बाद उसके परिवार वाले कोटा पहुंच गए. उन्होंने पुलिस-प्रशासन से छात्र के शव का पोस्टमार्टम नहीं कराने की गुहार लगाई है. तमीम इकबाल के चाचा आसिफ खान ने मंगलवार को बताया कि उनका भतीजा 20 दिन पहले कोटा में नीट की तैयारी करने के लिए आया था. उसने सुसाइड कर लिया. उन्होंने कहा कि वो अपने भतीजे के शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाना चाहते.
कोटा में नहीं थम रहा छात्रों की आत्महत्या का सिलसिला
मृतक छात्र के चाचा ने बताया कि उसके पिता हार्ट के पेशेंट हैं. ऐसे में उनका कहना है कि वह पोस्टमार्टम के बाद अपने बेटे को आखरी बार नहीं देख पाएंगे. बता दें कि कोटा में कोचिंग छात्रों की आत्महत्या का सिलसिला नहीं थम रहा है. हालांकि जिला प्रशासन अपनी ओर से इस सिलसिले को रोकने की पूरी कोशिश कर रहा है. पुलिस भी लगातार मॉनिटरिंग कर रही है, लोकिन इसके बाद भी छात्र अवसाद में आकर लगातार आत्महत्या कर रहे हैं.
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(रिपोर्ट- हरीश आचार्य/कोटा)