पहलगाम आतंकी हमले के बाद दिल्ली में अलर्ट, पाकिस्तान से आए नागरिकों की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद दिल्ली सहित पूरे भारत में सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्कता बढ़ा दी है. दिल्ली पुलिस पाकिस्तान से आए नागरिकों के रिकॉर्ड की जांच कर रही है. सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, और उन्हें देश से बाहर निकालने की कार्रवाई की जा रही है.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद राजधानी दिल्ली में सुरक्षा एजेंसियों ने सख्ती बढ़ा दी है. सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच अब पाकिस्तान से वीजा लेकर आए नागरिकों के रिकॉर्ड खंगाल रही है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच में एक पाक वीजा सेक्शन होता है, जहां हर साल भारत में प्रवेश करने वाले पाकिस्तानी नागरिकों की जानकारी दर्ज की जाती है. इनमें मेडिकल वीजा, शादी या रिश्तेदारों से मिलने का वीजा और लंबे समय तक रहने वाले वीजा शामिल होते हैं.
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस अब दिल्ली में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान और ठिकानों का सत्यापन कर रही है. जो भी पाकिस्तानी नागरिक कानूनी वीजा पर भारत आए हैं, उनकी भी गहन जांच-पड़ताल की जा रही है. संदेह होने पर उन्हें वापस भेजने की कार्रवाई भी की जा सकती है. यह कदम पहलगाम हमले के बाद राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा चक्र को मजबूत करने के तहत उठाया गया है, ताकि किसी भी तरह की आतंकी साजिश को समय रहते रोका जा सके.
पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द करने की प्रक्रिया शुरू
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए देश में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. सूत्रों के अनुसार, इन नागरिकों को जल्द ही भारत से वापस भेजा जाएगा. सूत्रों की मानें तो यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
पहलगाम हमले के बाद के बाद सरकार ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द कर दिया है. इसके साथ-साथ उन्हें 48 घंटे के भीतर भारत को छोड़ने का फरमान भी सुना दिया था. इसके बाद से पुलिस और प्रशासन पाकिस्तानी नागरिकों को लेकर अलर्ट मोड में आ गए हैं. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सभी राज्य के मुख्यमंत्रियों से बात भी की और सभी से अपील की कि वो सभी पाकिस्तानी नागरिकों की जांच पड़ताल कर उन्हें वापस भेजें.
आतंकियों ने 26 निर्दोष की ली जान
22 अप्रैल 2025 को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकांश हिंदू पर्यटक थे. इस हमले को पुलवामा के बाद सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है. इसमें आतंकियों ने निर्दोष लोगों को गोली चलाई है. हमलावरों ने बैसरन घाटी में पर्यटकों को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध गोलीबारी की. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने पीड़ितों से उनके नाम और धर्म पूछे, और कुछ को इस्लामी कलमा पढ़ने के लिए कहा ताकि वे धर्म के आधार पर उन्हें अलग कर सकें.
हमले के बाद, भारत सरकार ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि हमलावरों को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों का समर्थन प्राप्त है. भारत ने पाकिस्तान के साथ 1960 के सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया, पाकिस्तानी उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या को छोटा कर दिया साथ ही साथ अटारी बॉर्डर को भी बंद करने का ऐलान कर दिया.