धीरेंद्र शास्त्री को गंगा जल से नहलाना चाहता है ये बेटा, ली ऐसी प्रतिज्ञा; कांवड़ लेकर बागेश्वर धाम चला
इस युवक ने 900 किलोमीटर दूर बागेश्वर धाम तक कावड़ ले जाने की प्रतिज्ञा ली है. अभी तक वह 600 किमी की यात्रा तय कर चुका है और 19 तारीख से पहले बागेश्वर धाम पहुंचेगा. बागेश्वर धाम क्यों जा रहा है, इसकी वजह युवक ने बताई है.
हम आपको एक ऐसे बेटे से मिलवाने जा रहे हैं, जो मां की इच्छा पूरी करने के लिए हरियाणा से हरिद्वार पहुंचा. वहां से कांवड़ के साथ गंगा जल लेकर बागेश्वर धाम के लिए निकला है. युवक हरियाणा का रहने वाला है. उसका नाम जॉनी है. युवक का कहना है कि वह गंगा जल से बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री को स्नान कराना चाहता है. इसके बाद मां को भी गंगा जल से स्नान कराएगा. युवक के मुताबिक, वह मां की इच्छा को देखते हुए कांवड़ लेकर बागेश्वर धाम जा रहा है.
जॉनी ने बताया कि उसकी मां एक बार बागेश्वर धाम गईं. लेकिन वहां बाबा धीरेंद्र शास्त्री के दर्शन नहीं हो सके. मां काफी परेशान हुईं. मां घर पहुंचीं तो उन्होंने ये बात बताई. मां दुखी थीं. फिर उसने मां को धीरेंद्र शास्त्री के दर्शन कराने के लिए अनोखा तरीका सोचा. उसने तय किया कि वह सावन में कांवड़ लेकर बागेश्वर धाम जाएगा तो बाबा उसे जरूर दर्शन देंगे. वह अपने भक्त को मना नहीं कर पाएंगे.
19 अगस्त से पहले पहुंचेगा बागेश्वर धाम
जॉनी के मुताबिक, वह बागेश्वर धाम 19 अगस्त से पहले पहुंच जाएगा. जैसे ही वह बागेश्वर धाम पहुंचेगा, मां भी ट्रेन से वहां आएंगी. बाबा बागेश्वर को गंगा जल से स्नान कराएगा, फिर मां भी गंगा जल से स्नान करेंगी. बाबा धीरेंद्र शास्त्री को स्नान कराने के लिए जॉनी हरिद्वार से दो बड़े केन में जल लेकर बागेश्वर धाम के लिए निकला है. जॉनी 1 जुलाई को हरिद्वार से कावड़ लेकर निकला है. वह अलग-अलग शहरों से होते हुए 4 अगस्त को औरैया के बिधूना नगर पहुंचा.
600 किमी की कावड़ यात्रा 35 दिन में पूरी की
जॉनी ने अब तक 600 किमी की कावड़ यात्रा 35 दिन में पूरी कर ली है. उसका कहना है कि वह 19 तारीख से पहले बागेश्वर धाम पहुंच जाएगा और मां की इच्छा को पूरी करेगा. जानी ने अपने कांवड़ में एक तख्ती भी लटकाकर रखी है. तख्ती पर लिखा है हरिद्वार से बागेश्वर धाम. जय संन्यासी बाबा. कांवड़ में जानी ने एक भगवा रंग की पताका भी लगा रखी है, जिसपर हनुमान जी का चित्र बना हुआ है.