‘UP COP’ एप से निकालता था FIR, फिर करता ठगी का फोन… साइबर फ्रॉड का नया तरीका सुन उड़ जाएंगे होश!
मेरठ में एक और शातिर तरह से ठगी करने का मामला सामने आया है. उत्तर प्रदेश पुलिस की सरकारी 'यूपी कॉप' एप जहां से ऑनलाइन तरीके से शिकायतकर्ता या फिर अन्य कोई भी व्यक्ति पूरी दुनिया में कहीं भी बैठ कर एफआईआर को डाउनलोड कर सकता है, एक शातिर ठग कपिल तोमर ने इसी एप के जरिए लोगों को ठगने का कारोबार शुरू कर दिया.
उत्तर प्रदेश सरकार की ‘यूपी कॉप’ एप जहां लोगों को आसानी देने के लिए बनाई गई थी वहीं अब ये एप ठगी करने वालों के लिए कमाई का अड्डा बन गई है. उत्तर प्रदेश के मेरठ का एक ठग इस वेबसाइट में से पुलिस के अपलोड की गई एफआईआर को डाउनलोड करता था और फिर वादी को फोन कर के उसकी मदद करने के नाम पर ठगी करता था. ये सिलसिला काफी लंबे समय से चल रहा था जिसके बाद एक वादी की शिकायत पर पुलिस ने एक्शन लेते हुए कपिल तोमर नाम के अपराधी को गिरफ्तार किया है.
मेरठ में एक और शातिर तरह से ठगी करने का मामला सामने आया है. उत्तर प्रदेश पुलिस की सरकारी ‘यूपी कॉप’ एप जहां से ऑनलाइन तरीके से शिकायतकर्ता या फिर अन्य कोई भी व्यक्ति पूरी दुनिया में कहीं भी बैठ कर एफआईआर को डाउनलोड कर सकता है, एक शातिर ठग कपिल तोमर ने इसी एप के जरिए लोगों को ठगने का कारोबार शुरू कर दिया. पुलिस की मानें तो कपिल तोमर बड़ा ही शातिर किस्म का अपराधी है और यूपी कॉप वेबसाइट से एफआईआर को डाउनलोड करता था. उसमें वादी का नंबर निकालता था और वादी को फोन कर के उसकी मदद करने के नाम पर अपने अकाउंट में पैसे मंगा लेता था.
लोगों से वसूलता है कम रकम
पिछले कई महीनों से कपिल तोमर ऐसे ठगने का काम कर रहा था और पुलिस को इसकी कानो कान खबर नहीं हो पा रही थी लेकिन मेरठ में एक महिला से हुई लूट मामले में भी कपिल तोमर ने जब महिला को फोन किया और पैसे मांगे तो महिला को मामला संदिग्ध लगा और महिला ने पुलिस को सारी जानकारी दे दी जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी कपिल तोमर पीड़ितों को एफआईआर में से फोन नंबर निकाल कर कॉल किया करता था और उनकी मदद करने का दिलासा दे कर उनसे 2000, 4000 जैसी कम रकम की डिमांड करता था, ताकी किसी को शक ना हो.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि कम रकम होने के कारण कपिल तोमर की ठगी का शिकार हुए लोग पुलिस को शिकायत नहीं करते थे जिस वजह से अभी तक आरोपी की जानकारी पुलिस को नहीं हो सकी थी. मेरठ एसपी सिटी ने आगे बताया कि हालही में एक विधवा महिला के साथ लूट हुई थी. कपिल तोमर ने यूपी कॉप वेबसाइट से उस महिला की एफआईआर डाउनलोड की और उसका फोन नंबर निकाल लिया. कपिल ने पीड़ित महिला को ये कह कर फोन किया था कि वो उस महिला के साथ हुई लूट के आरोपियों का नाम पता बता देगा और बदले में आरोपी कपिल तोमर ने महिला से 2000 रुपए मांगे. एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि महिला ने पुलिस को इस बात की सूचना दी जिसके बाद कार्यवाही करते हुए आरोपी कपिल तोमर को गिरफ्तार कर लिया गया.
पूछताछ में कपिल तोमर ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और बताया कि वो अबतक करीब 10 से 15 लोगों को ठग चुका है. एसपी सिटी ने बताया कि इसका फोन बरामद किया है जिसकी जांच की जा रही है और पता लगाया जा रहा है कि कितने लोगों को ये ठग चुका है. उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ थाना कोतवाली और सरधना में मुकदमा दर्ज किया गया है.