नेपाल टू थाईलैंड, PPP कनेक्शन और 3 पन्नों की लिस्ट…स्क्रैप माफिया रवि काना उगल रहा कई बड़े राज
नोएडा के सबसे बड़े स्क्रैप माफिया रवि काना और उसकी प्रेमिका फिलहाल जेल में है. पुलिस लगातार दोनों से पूछताछ कर रही है. इस दौरान दोनों ने कई खुलासे किए हैं. कई बड़े नामों का जिक्र भी उन्होंने किया है. साथ ही ये भी बताया कि वे लोग थाईलैंड कैसे पहुंचे. कोर्ट ने रवि और काजल को 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है. पुलिस ने दोनों से सवाल पूछने के लिए 3 पन्नों की लिस्ट बनाई है.
स्क्रैप माफिया रवि काना और उसकी गर्लफ्रेंड काजल झा को नोएडा पुलिस ने कोर्ट में पेश किया. इसके बाद दोनों को 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया. फिलहाल दोनों जेल में बंद हैं. रवि काना को लुक्सर जेल की हाई सिक्यॉरिटी बैरक में रखा गया है. जबकि, उसकी महिला दोस्त काजल झा को 65 महिला बंदियों के बीच बैरक में रखा गया है. हालांकि, दोनों ने एक ही बैरक में रहने की इच्छा जताई थी. लेकिन जेल प्रशासन ने नियम का हवाला देकर मना कर दिया. इस दौरान कई राज पुलिस को पता चले.
पूछताछ में रवि काना ने बताया कि वो लोग नेपाल के रास्ते थाईलैंड पहुंचे थे. दोनों के कब्जे से एक लाख थाईलैंड करेंसी, 5 मोबाइल और 20 से अधिक सिम कार्ड बरामद किए गए हैं. पुलिस ने बहरहाल दोनों से पूछताछ के लिए 3 पन्नों की सवालों की लिस्ट तैयार की है. पुलिस रिमांड के दौरान दोनों से लगातार पूछताछ की जा रही है. दोनों से अलग-अलग और साथ में भी पूछताछ की जाएगी. पहले दिन दोनों से 8 घंटे की पूछताछ की गई थी. उनसे 100 सवाल पूछे गए थे. इसमें रवि ने कई बड़े नामों का जिक्र भी किया जिन्होंने उसकी काले धंधे में मदद की. पुलिस उनकी भी कुंडली खंगालेगी.
पुलिस अभी रवि काना के पीपीपी मॉडल पर चल रहे सिंडिकेट की कड़ी से कड़ी जोड़ रही है. इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि कैसे वो सरिया माफिया से स्क्रैप माफिया बना. रवि ने इसके लिए किन-किन पुलिसकर्मियों, पत्रकारों और पॉलिटिशयन (पीपीपी कनेक्शन) से मदद की. उन सभी की भी कुंडली खंगालने का काम किया जा रहा है.
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23 अप्रैल को हुई थी गिरफ्तारी
बता दें, रवि और काजल को 23 अप्रैल के दिन थाईलैंड के बैंकॉक से गिरफ्तार किया गया था. फिर उन्हें डिपोर्ट करके 25 अप्रैल की रात को 11:30 बजे दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लाया गया. 26 अप्रैल की अलग सुबह इमीग्रेशन की कार्रवाई पूरी हुई. जिसके बाद 26 अप्रैल को ही सुबह 7:30 बजे नोएडा पुलिस को सूचना दी गई. फिर 26 अप्रैल को रवि और काजल को नोएडा लाया गया. 27 अप्रैल को कोर्ट में पेश करके पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया.
4 दिन की पुलिस रिमांड
पुलिस ने बताया कि दादूपुर निवासी रवि नागर उर्फ रवि काना के खिलाफ कई थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसके अलावा उसकी प्रेमिका काजल झा के पर भी गैंगस्टर एक्ट समेत दो मामले दर्ज हैं. पूछताछ में और भी कई खुलासे होने की उम्मीद है. इसलिए उन्हें 4 दिन की रिमांड पर लिया गया है. पहले कोर्ट से 7 दिन की रिमांड मांगी गई थी. लेकिन 4 दिन की रिमांड मिल पाई. ऐसे में पुलिस बारीकी से इस मामले की जांच में पूरी तरह लगी हुई है.
कई आपराधिक मामले दर्ज
बता दें, जनवरी 2024 से पहले रवि काना के खिलाफ रंगदारी हफ्ता, वसूली और जान से मारने की धमकी जैसे कई अपराधिक मामले दर्ज हुए. उस पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई भी की गई. लेकिन जनवरी 2024 में एक मॉल की पार्किंग में महिला के साथ गैंगरेप के मामले में नोएडा-39 थाने में मामला दर्ज हुआ. उसके बाद रवि काना की उल्टी गिनती शुरू हो गई. रवि काना की अपराधिक 200 करोड़ की कमाई को नोएडा पुलिस पहले ही सीज कर चुकी है. इसमें 80 करोड़ का वो बंगला भी शामिल है, जिसने रवि काना ने अपनी गर्लफ्रेंड काजल झा को गिफ्ट किया था.
गैंग में कई लोग शामिल
नोएडा पुलिस ने रवि काना और उसके गैंग के सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई के साथ ही साथ 500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें उसकी महिला दोस्त काजल झा का भी नाम शामिल है. दिल्ली की रहने वाली काजल झा शुरुआत में रवि काना के यहां नौकरी मांगने आई थी. लेकिन बाद में वो अपने शातिर दिमाग से उसके धंधे में पार्टनर बन गई. इसके साथ ही रवि काना की गैंग में राजकुमार नागर, अमन, विशाल, आजाद नागर, राशिद अली, तरुण, प्रहलाद नागर, आकाश और पत्नी मधु भी शामिल हैं.
रवि काना की पत्नी मधु जेल में
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, करीब 18 साल पहले रवि काना और मधु नागर की शादी हुई थी. दोनों के दो बच्चे भी हैं. शुरुआत में पूरा परिवार साथ ही रहता था. लेकिन करीब 5 साल पहले रवि ने अपनी पत्नी और दोनों बच्चों को देहरादून शिफ्ट कर दिया. वो इसलिए क्योंकि फरवरी 2014 में रवि काना के भाई हरेंद्र प्रधान की हत्या हुई थी. हत्या का इल्जाम सुंदर भाटी गैंग पर लगा. ऐसे में रवि काना को पुलिस ने सुरक्षा मुहैया कराई. हालांकि, बाद में पता चला कि रवि काना इस सुरक्षा का नाजायज फायदा उठा रहा था. पुलिस ने उसकी सुरक्षा हटा ली.
पुलिस के मुताबिक, मधु नागर रवि के काले धंधों में भी बराबर की भागीदार थी. उसकी कई कंपनियों में डायरेक्टर यही मधु नागर थी. इनमें से कई कंपनियां जबरन तरीके से सरिया स्क्रैप का ठेका भी हासिल करती थीं. इन कंपनियों का मालिक बेशक रवि काना था, लेकिन इन्हें हैंडल मधु नागर ही करती थी. हालांकि, मधु को 16 फरवरी 2024 के दिन इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया. वो फिलहाल जेल में है.