RBI और सेबी को हमेशा रहना चाहिए अलर्ट, अडानी मामले पर वित्त मंत्री ने कही ये बड़ी बात

RBI और सेबी को हमेशा रहना चाहिए अलर्ट, अडानी मामले पर वित्त मंत्री ने कही ये बड़ी बात

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) जैसे रेगुलेटर्स को हमेशा अलर्ट रहना चाहिए और बाजार को स्थिर रखने के लिए समय पर एक्शन लेना चाहिए.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) जैसे रेगुलेटर्स को हमेशा अलर्ट रहना चाहिए और बाजार को स्थिर रखने के लिए समय पर एक्शन लेना चाहिए. उन्होंने यह बात अडानी ग्रुप को लेकर बढ़ते संकट के बीच कही है.

रिपोर्ट पर कोई नजरिया नहीं: सीतारमण

हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में लगे आरोपों के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई है. इस पर वित्त मंत्री ने एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत में कहा है कि उनका रिपोर्ट पर कोई नजरिया नहीं है. लेकिन उन्होंने कहा कि बैंक और बीमा कंपनियां, जिन्होंने पैसा दिया था, वे खुद बोल रही हैं और आम आदमी को भरोसा दे रही हैं.

अडानी ग्रुप का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि बैंक और बीमा कंपनियां किसी एक कंपनी के लिए ओवर एक्सपोस्ड नहीं हैं और भरोसा दिया कि भारतीय बाजार रेगुलेटर्स द्वारा बहुत अच्छी तरह रेगुलेटेड है.

रेगुलेटर्स की इस मामले पर नजर: वित्त मंत्री

सीतारमण ने आगे कहा कि हां बाजार में कुछ मौकों पर गिरावट आई है, जो छोटी या बड़ी हो सकती है. लेकिन वे उस तरह के मामलों को देखते हैं और उनका मानना है कि हमारे रेगुलेटर्स इस मामले पर नजर रखे हुए हैं.

इससे पहले वित्त मंत्री ने शनिवार को कहा था कि यह रेगुलेटर्स का काम है, जो अपना काम करेंगे. उन्होंने कहा कि आरबीआई ने बयान दिया है, उससे पहले बैंकों और LIC ने अडानी ग्रुप के लिए अपने एक्सपोजर के बारे में बताया है. वित्त मंत्री ने कहा कि रेगुलेटर्स सरकार से स्वतंत्र हैं. वे खुद जो उपयुक्त होगा, उसे करेंगे. तो, बाजार अच्छी तरह से रेगुलेटेड है.

सीतारमण ने आगे कहा कि FPO आते और जाते रहते हैं. हर बाजार में ये उतार-चढ़ाव होता है. लेकिन तथ्य यह है कि पिछले कुछ दिनों में 8 अरब डॉलर गए हैं, जिससे भारत और उसकी ताकत को लेकर छवि बरकरार रहती है. वित्त मंत्री ने FPO विद्ड्रॉल पर बोलते हुए कहा कि ऐसा कितनी बार हुआ है कि इस देश में FPO को विद्ड्रॉ किया गया है.