मौत की लाइब्रेरी! तेज बहाव और सारे रास्ते बंद…पानी में समाते गए स्टूडेंट्स; दिल्ली IAS कोचिंग हादसे की कहानी
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में एक कोचिंग सेंटर है, जहां ये हादसा हुआ है. इस हादसे को लेकर छात्रों में गहरी नाराजगी है. इस हादसे को लेकर छात्रों ने एमसीडी के खिलाफ प्रदर्शन किया. एक छात्र ने कहा कि 80 प्रतिशत लाइब्रेरी बेसमेंट में हैं. 10 मिनट की बारिश में यहां पानी भर जाता है. एमसीडी ने आज तक इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया.
दिल्ली में मौसम कब और कैसे बदल जा रहा है, इसको लेकर दिल्लीवासी भी हैरत में हैं. कहीं झमाझम बारिश हो रही है तो कहीं पानी की एक बूंद भी नहीं गिर रही है. शनिवार को भी दिल्ली में ऐसा ही मौसम का बदलाव देखने को मिला. मध्य दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में खूब बारिश हुई. ये बारिश एक कोचिंग सेंटर में पढ़नेवाले छात्र-छात्राओं के लिए काल बन गई. कोचिंग की इमारत के बेसमेंट में पानी भर गया, जहां पर कुछ छात्राएं पढ़ रही थीं. पानी में डूबने से तीन छात्राओं की मौत हो गई.
इस कोचिंग सेंटर का नाम राव आईएएस स्टडी सेंटर है. इस सेंटर में छात्रों को सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी कराई जाती है. शनिवार को भी यहां छात्र पढ़ने आए थे. तीन बजे तक सबकुछ ठीक चल रहा था. लेकिन इस इलाके में अचानक ही तेज बारिश होने लगी. दिल्ली के पुलिस उपायुक्त एम.हर्षवर्धन ने बताया कि हमें शाम सात बजे एक शख्स ने कॉल कर सूचना दी. उसने बताया कि एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भर गया है, जहां पर कुछ स्टूडेंट्स फंसे हुए हैं.
बेसमेंट में थी लाइब्रेरी
अधिकारी ने बताया कि सूचना मिलते ही तत्काल बचाव टीम के साथ दिल्ली अग्निशमन विभाग (डीएफएस) की एक टीम को भी भेजा गया. टीम जब वहां पहुंची तो बेसमेंट में पानी भरा हुआ था. जब अधिकारी से पूछा गया कि छात्र बेसमेंट में क्या कर रहे थे, तब उन्होंने बताया कि वहां पर छात्रों के पढ़ने के लिए एक लाइब्रेरी बनाई गई थी. इसी लाइब्रेरी में पढ़ाई करने के लिए लगभग 30 से ज्यादा छात्र यहां आए थे.
जानकारी के मुताबिक, इस इलाके में कई ऐसे इमारत हैं, जहां बेसमेंट हैं. लेकिन बेसमेंट के आगे एक ऊंची दीवार या बैरियर होने की वजह से पानी अंदर नहीं आता. लोग बताते हैं कि कोचिंग की इमारत में पहले कभी भी पानी नहीं भरा. यह हादसा कैसे हुआ? समझ से परे है.
कुर्सियां पानी में तैर रही थीं
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि अचानक बेसमेंट में पानी भर गया. छात्राएं मदद के लिए चिल्ला रही थीं. बेसमेंट में रखे फर्नीचर पर कुछ छात्राएं खड़ी थीं. एक अधिकारी ने बताया कि स्टूडेंट्स के लिए रखे गए बेंच-कुर्सियां पानी में तैर रही थीं. बेसमेंट में कांच लगे हुए थे. पानी के प्रवाह की वजह से ये भी टूट गए थे, जहां से पानी बेसमेंट में घुस रहा था. गेट से भी पानी घुस रहा था, इस वजह से छात्र वहीं फंसे रह गए. उन्हें कोई दूसरा रास्ता नहीं मिला, जिससे वह बाहर आ सकें.
इस हादसे को लेकर छात्रों में गहरी नाराजगी है. छात्रों ने एमसीडी के खिलाफ प्रदर्शन किया. एक छात्र ने कहा कि 80 प्रतिशत लाइब्रेरी बेसमेंट में हैं. 10 मिनट की बारिश में यहां पानी भर जाता है. एमसीडी ने इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया.
पेट्रोल पंप से बाहर निकाला गया पानी
डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्द्धन ने कहा कि कोचिंग के बेसमेंट से तीन शवों को बरामद कर लिया गया है. मोटर पंप से पानी लगातार निकाला जा रहा है. 13 से 14 छात्रों को बेसमेंट से बाहर निकाला गया है. इनमें से तीन को अस्पताल भेजा गया है. मरने वालों की पहचान नवीन, श्रिया और तानिया के रूप में हुई है.