2 घंटे तक तेंदुए ने मचाया तांडव, फावड़ा लेकर भिड़ गए वकील साहब; मेरठ की टीम ने पकड़ा
गाजियाबाद वन विभाग की टीम भी जब तेंदुए को नहीं पकड़ पाई तो मेरठ से टीम बुलाई गई. मेरठ से पहुंची वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकड़कर उसे एनेस्थीसिया लगाकर बेहोश किया.
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कोर्ट में घुसे तेंदुए पर करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद काबू पा लिया गया है. तेंदुए ने ऐसी धमाचौकड़ी मचाई कि वह वन विभाग की टीम के काबू में नहीं आ सका. उसने 5 लोगों को घायल कर दिया. वह कोर्ट परिसर में एक जगह से दूसरी जगह भागता रहा. अंधेरा होते ही वह वन विभाग की टीम की आंखों से ओझल हो गया. गाजियाबाद वन विभाग की टीम भी जब तेंदुए को नहीं पकड़ पाई तो मेरठ से टीम बुलाई गई. मेरठ से पहुंची वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकड़कर उसे एनेस्थीसिया लगाकर बेहोश किया, तब जाकर उसे पिंजरे में डाला जा सका.
गाजियाबाद कोर्ट परिसर में आईएमटी की तरफ से अचानक एक तेंदुआ घुस गया.सबसे पहले उसने सीजेएम कोर्ट के सामने जूता पॉलिश करने वाले मोची पर हमला किया. हमले के बाद वहां हाहाकार मच गया. भगतड़ में तेंदुआ भी कोर्ट परिसर के भीतर घुस गया. जहां पर वह सीधे एक वकील के चेंबर में घुसा और उसको लहूलुहान कर दिया. आगे बढ़ते ही तेंदुए ने सामने से आ रहे एक आदमी पर हमला कर दिया. उसे घायल कर वह कोर्ट परिसर में पहली मंजिल पर चढ़ गया. इस दौरान लोगों ने उसकी फोटो और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. बता दें कि कोर्ट परिसर में मौजूद वकील साहब तेंदुए के सामने फावड़ा लेकर भिड़ गए.
मेरठ से पहुंची टीम ने तेंदुए को पकड़ा
इस घटना के 15 मिनट बाद वन विभाग की 12 सदस्यीट टीम तेंदुए को पकड़ने पहुंच गई. वहीं कोर्ट परिसर में तेंदुआ मिलने की खबर के बाद मौके पर पहुंची कवि नगर थाना पुलिस ने कोर्ट परिसर को खाली करवाया. उन्होंने तेंदुए को पकड़े जाने तक लोगों से घरों से बाहर न निकलने की अपील की. जिसके बाद सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया. लेकिन तब कर अंधेरा हो चुका था. इस वजह से तेंदुआ वन विभाग की आंखों से ओझल हो गया. किसी को समझ नहीं आ रहा था कि तेंदुआ पेड़ पर चढ़ गया है या कहीं छिप गया है या फिर भाग गया है.
पहले बेहोश किया, फिर तेंदुआ पिंजरे में कैद
काफी मशक्कत के बाद जब वह वन विभाग की टीम के हाथ नहीं लग सका तो मेरठ वन विभाग को इसकी सूचना दी गई. मेरठ वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर तेंदुए को पकड़ा. उसे इंजेक्शन देकर बेहोश किया. जब जाकर उसे पिंजरे में बंद किया गया. लेकिन तब तक वहां मौजूद लोग काफी खौफजदा हो चुके थे. मेरठ वन विभाग की टीम तेंदुए को लेकर कोर्ट परिसर से निकल गई है.