रामनगरी जाएगी ये लग्जरी ट्रेन, लंच डिनर में ना शराब और ना ही प्याज-लहसुन, किराया 13 लाख

रामनगरी जाएगी ये लग्जरी ट्रेन, लंच डिनर में ना शराब और ना ही प्याज-लहसुन, किराया 13 लाख

राजस्थान की शाही ट्रेन कही जाने वाली पैलेस ऑन व्हील जल्द ही धार्मिक यात्रा पर निकलने वाली है. यह ट्रेन प्रयागराज, वाराणसी होते हुए राम नगरी अयोध्या जाएगी. यहां से यह ट्रेन मथुरा वृंदावन होते हुए छह दिन बाद वापस दिल्ली लौटेगी. इस ट्रेन में सेमी डीलक्स कोच का किराया 70 हजार रुपये होगा. वहीं डीलक्स कोच के लिए 95 हजार रुपये प्रतिदिन खर्च करने होंगे.

धार्मिक यात्रा में भी लग्जरी की इच्छा रखने वालों के लिए एक अच्छी खबर है. दुनिया की टॉप लग्जरी ट्रेनों में शामिल पैलेस ऑन व्हील्स अब धर्मयात्रा पर निकलने वाली है. यह ट्रेन दिल्ली से चलकर शिव नगरी बनारस जाएगी. फिर रामनगरी अयोध्या, कान्हा की नगरी मथुरा आदि बड़े धार्मिक स्थलों का भ्रमण करते हुए छह दिन में वापसी करेगी. बड़ी बात यह कि इस ट्रेन में अब भारतीय यात्री भी सफर कर सकेंगे. इसके लिए भारतीय यात्रियों को विशेष देने की योजना बनाई गई है. उम्मीद है कि यह ट्रेन मई तक ट्रेक पर आ जाएगी.

42 साल बाद पहली बार इस ट्रेन के रूट में बदलाव किया जा रहा है. चूंकि यह ट्रेन धार्मिक स्थानों की यात्रा पर निकल रही है, इसलिए इसमें सफर करने वाले यात्रियों के खाने के मेन्यू में बदलाव किया गया है. नए बदलाव के तहत यात्रियों को ना तो शराब परोसी जाएगी और ना ही उन्हें लंच या डिनर में लहसुन प्याज की सब्जी मिलेगी. यह बदलाव भी 42 साल बाद होने जा रहा है. आरटीडीसी से इस ट्रेन को 7 साल के लिए लीज पर लेने वाली कंपनी ने इस यात्रा का खाका आरटीडीसी के समक्ष रख दिया है.

इन धार्मिक स्थानों पर जाएगी ट्रेन

बता दें कि इस ट्रेन का संचालन अब तक खुद आरटीडीसी करती रही है. हालांकि सरकार ने अब इस ट्रेन के संचालन की जिम्मेदारी गुजरात की कंपनी क्यूब कंस्ट्रक्शन कंपनी प्राइवेट लिमिटेड को दे दिया है. पैलेस ऑन व्हील्स के डायरेक्टर प्रदीप बोहरा के मुताबिक कंपनी की कोशिश है कि मई महीने से इस ट्रेन को धार्मिक यात्रा पर रवाना कर दिया जाए. उन्होंने बताया कि यह यात्रा 6 दिन की होगी. इस दौरान यात्रियों को प्रयागराज, वाराणसी, मथुरा, वृंदावन और अयोध्या आदि धार्मिक शहरों की यात्रा कराई जाएगी.

एक दिन का किराया 70 हजार

बोहरा के मुताबिक इस ट्रेन में सफर के लिए एक दिन का किराया 70 हजार रुपये होता है. हालांकि यह सेमी डीलक्स कोच का किराया है. इसी ट्रेन के डीलक्स कोच में सफर करने के लिए यात्रियों को प्रतिदिन 95 हजार रुपए का भुगतान करना होता है. जबकि सुपर डीलक्स का किराया करीब दो लाख रुपये प्रति दिन है. इस कोच में सफर करने पर किराए के रूप में करीब 13 लाख रुपये का भुगतान करना होगा. इस ट्रेन में एक बार में कुल 46 यात्री सफर कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि अब यह ट्रेन फोर्थ जेनरेशन में है. इसका चौथा रेनोवेशन नई कंपनी ने ही कराया है. वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस इस ट्रेन में बैडरुम, लाउंज, पेंट्री, किचन, डाइनिंग कार, वॉल टू वॉल कारपेटिंग आदि सुविधाएं उपलब्ध हैं.

1982 में पहली बार चली थी ट्रेन

इस ट्रेन की शुरुआत 26 जनवरी 1982 को हुई थी. उसके बाद से यह ट्रेन राजस्थान का भ्रमण कराती है. दिल्ली से चलकर यह ट्रेन एक बार में 8 दिन और 7 रातों का सफर करती है और दूसरे दिन जयपुर, तीसरे दिन सवाईमाधोपुर और चित्तौड़गढ़ पहुंचती है. इसी प्रकार चौथे दिन उदयपुर तो पांचवें दिन जैसलमेर, छठें दिन जोधपुर में ठहरती है. आखिरी दिन भरतपुर और आगरा होते हुए दिल्ली वापस लौट जाती है. अभी तक इस ट्रेन को साल के 8 महीने ही चलाया जाता था और 4 महीने इसके मेंटिनेंस में बीते जाते थे. हालांकि अब नई कंपनी ने इसे 12 महीने चलाने का फैसला किया है. इन 12 महीनों में 2 महीने केवल धार्मिक यात्रा होगी.