सोशल मीडिया से हर महीने होगी 40,000 की कमाई, बदलेगी 10 लाख लोगों की जिंदगी

सोशल मीडिया से हर महीने होगी 40,000 की कमाई, बदलेगी 10 लाख लोगों की जिंदगी

सोशल मीडिया आने वाले दिनों में 10 लाख लोगों की जिंदगी संवार सकता है. भारत में अगले तीन साल में इतने लोग सोशल मीडिया से हर महीने कम से कम 40,000 रुपये महीना कमाएंगे. चलिए जानते हैं कैसे...

भारत में YouTube से लेकर Instagram और Facebook तक डिजिटल कंटेंट की डिमांड खूब बढ़ रही है. वहीं आने वाले तीन साल में इससे लगभग 10 लाख डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स हर महीने कम से कम 40, 000 रुपये महीने (करीब 500 डॉलर) की कमाई करेंगे. ये एक तरह से उनकी महीने की सैलरी के बराबर ही बैठेगा.

सोशल मीडिया मार्केट पर नजर रखने वाले स्टार्टअप एनिमेटा की रिपोर्ट कहती है कि आने वाले 3 साल में करीब 10 लाख कंटेंट क्रिएटर्स ऐसे होंगे जिनके फॉलोअर्स और सब्सक्राइबर्स की संख्या 1 लाख से ज्यादा होगी. फॉलोअर्स की ये ग्रोथ हर साल 37 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है. ऐसे डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स सोशल मीडिया से हर महीने करीब 500 डॉलर तक कमाएंगे.

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इंडिया में 115% की दर से बढ़ रहे कंटेंट क्रिएटर्स

दुनियाभर में इंडिविजुअल कंटेंट क्रिएटर्स की ग्रोथ करीब 18 प्रतिशत है. जबकि भारत में इनकी सालाना ग्रोथ 115 प्रतिशत है. आज भारत में 3500 से ज्यादा ब्रांड 5000 से ज्यादा कंटेंट पार्टनर्स के साथ एक्टिवली काम कर रहे हैं. ये सभी ब्रांडेड कंटेंट बना रहे हैं. वहीं 20000 से ज्यादा ब्रांडेड कंटेंट पर 50 करोड़ से ज्यादा एंगेजमेंट आ चुकी है.

रिटेल, टेक्नोलॉजी और अपैरल का जलवा

सोशल मीडिया पर रिटेल, टेक्नोलॉजी, अपैरल और एसेसरीज, पर्सनल केयर और हेल्थ, फूड, फाइनेंस और इंश्योरेंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, गेमिंग, ऑटोमोबाइल और मीडिया जैसे सेक्टर का कंटेंट सबसे ज्यादा मिलता है. वहीं इन्हीं सेगमेंट से जुड़े ब्रांड कंटेंट क्रिएटर्स को ब्रांडेड कंटेंट बनाने के लिए ऑफर करते हैं.

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सोशल मीडिया इस तरह से आजकल नए यंग टैलेंट के लिए पॉवरफुल टूल बन रहा है. इससे देश के मिडिल-क्लास की ग्रोथ हो रही है. सोशल मीडिया ने मिडिल-क्लास की फैमिली इनकम को बढ़ाने में मदद की है.

देश की ग्रोथ में काम आएंगे इंफ्लूएंसर

एनिमेटा का कहना है कि ये सभी इंडिकेटर हैं कि देश में कंटेंट क्रिएटर्स की डिमांड बढ़ने की ओर इशारा कर रहे हैं. ये दिखाता है कि आने वाले सालों में ग्लोबल क्रिएटर इकोनॉमी में भारत का अच्छा खासा योगदान होगा. वहीं ये देश की इनकम में भी मदद करेंगे.