एक दिन बिक जाएगा पाकिस्तान! 272 पेट्रोल, 280 रुपए पहुंचा डीजल- चिकन 720
पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल के दामों में फिर से बढ़ोतरी हुई है. खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं. इसके बावजूद महंगाई थमने का नाम नहीं ले रही है. हालात बेकाबू हो रहे हैं.
पाकिस्तान में महंगाई चरम पर है और आमजन त्राहिमाम त्राहिमाम कर रहा है. खाने के लाले पड़े हुए हैं. इस बीच पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने पेट्रोल के दाम फिर से बढ़ा दिए हैं. पेट्रोल की कीमत 272 पाकिस्तानी रुपए प्रति लीटर पहुंच गई है, जबकि डीजल की कीमत 17.20 पाकिस्तानी रुपए प्रति लीटर बढ़ाकर 280 पाकिस्तानी रुपए प्रति लीटर कर दी गई है. पहले से ही आवश्यक कीमतों में बढ़ोतरी से आमजन जूझ रहा है इसके बावजूद उसकी और अधिक परेशानी बढ़ा दी है.
शहबाज शरीफ सरकार का यह कदम पाकिस्तान नेशनल असेंबली में एक पूरक वित्त विधेयक पेश करने के कुछ घंटे बाद आया है, जिसमें आर्थिक संकट को कम करने के लिए 17 हजार करोड़ राजस्व बढ़ाने में मदद करने के लिए माल और सेवा कर को 18 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रस्ताव है. जियो टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान वित्त प्रभाग ने कहा कि पेट्रोल की कीमत 22.20 पाकिस्तानी रुपए प्रति लीटर बढ़कर 272 पाकिस्तानी रुपए प्रति लीटर के नए उच्च स्तर पर पहुंच गई है. मिट्टी का तेल अब 202.73 पाकिस्तानी रुपए प्रति लीटर होगा. हल्के डीजल तेल की कीमत 196.68 प्रति लीटर होगी.
पाकिस्तान में 780 किलो बिक रहा है चिकन
तेल की कीमतों में बढ़ोतरी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की पूर्व शर्तों में से एक थी, जिसके चलते महंगाई में बढ़ोतरी होगी. डेली इस्तेमाल की जाने वाली चीजों की कीमतें पहले ही आसमान छू चुकी हैं. दूध की कीमत 210 पाकिस्तानी रुपए प्रति लीटर और मुर्गे का मांस 780 पाकिस्तानी रुपए प्रति किलो बिक रहा है. बुधवार को मूडीज एनालिटिक्स के एक वरिष्ठ अर्थशास्त्री ने कहा कि पाकिस्तान में महंगाई इस साल की पहली छमाही में 33 प्रतिशत औसत रह सकती है.
पाकिस्तान को मजबूत आर्थिक प्रबंधन की जरूरत
वरिष्ठ अर्थशास्त्री कैटरीना एल का कहना है, ‘हमारा विचार है कि अकेले आईएमएफ बेलआउट अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पर्याप्त नहीं होगा. अर्थव्यवस्था को वास्तव में लगातार और मजबूत आर्थिक प्रबंधन की जरूरत है.” इस्लामाबाद ने राहत कोष जारी करने के लिए आईएमएफ के साथ बातचीत की है क्योंकि उसके पास केवल तीन सप्ताह के आयात को पूरा करने के लिए भंडार है. वित्त मंत्री इशाक डार की ओर से पाकिस्तान असेंबली में पेश किए गए पूरक विधेयक में बजट के प्रभाव को कम करने के लिए गेहूं, चावल, दूध और मांस जैसे दैनिक उपयोग की वस्तुओं से जीएसटी में छूट का प्रस्ताव है.