70 करोड़ की लागत से बना, पलभर में हुआ धराशाई… उत्तराखंड का पहला सिग्नेचर ब्रिज दूसरी बार टूटा

70 करोड़ की लागत से बना, पलभर में हुआ धराशाई… उत्तराखंड का पहला सिग्नेचर ब्रिज दूसरी बार टूटा

उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग में ऋषिकेश बदरीनाथ हाईवे 58 पर नरकोटा के पास बन रहा नया सिगनेचर वैली ब्रिज गुरुवार की शाम अचानक गिर गया. पुल टूटने के दौरान यहां मजदूर काम कर रहे थे लेकिन गनीमत रही कि सभी मजदूर सुरक्षित हैं. किसी तरह का कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, वरना बड़ा हादसा हो सकता था.

उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग में ऋषिकेश बदरीनाथ हाईवे के पास एक पुल गिर गया. हाईवे 58 पर नरकोटा के पास बन रहा नया सिगनेचर वैली ब्रिज गुरुवार की शाम अचानक गिर गया. पुल टूटने के दौरान यहां मजदूर काम कर रहे थे लेकिन गनीमत रही कि सभी मजदूर सुरक्षित हैं. किसी तरह का कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, वरना बड़ा हादसा हो सकता था.

एक ओर उत्तराखंड के विकास के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, वहीं कार्यदायी संस्था और एनएच लोनिवि की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में आ गई है. गुरुवार की शाम 4 बजकर 10 मिनट पर पुल टूटा तो आसपास के लोग यहां जमा हो गए. सूचना मिलने पर जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच रहे हैं.

निरीक्षण के लिए पहुंचे अधिकारी

पुल गिरते ही मौके पर अफरा-तफरी मच गई. उस वक्त वहां मजदूर काम कर रहे थे, जैसे-तैसे सबने अपनी जान बचाई और कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ. वहीं एसडीएम और एनएच के अधिकारी मौके पर निरीक्षण के लिए पहुंचे, तो वहीं पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची. जानकारी के मुताबिक कि यह हादसा 4 बजे के आस-पास हुआ है. इस मामले पर फिलहाल किसी भी अधिकारी ने कुछ खास नहीं कहा है.

70 करोड़ की लागत से बन रहा था पुल

ऑलवेदर रोड परियोजना के तहत ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर नरकोटा में 110 मीटर का सिग्नेचर ब्रिज बनाया जा रहा है. ब्रिज का ऊपरी फ्रेम तैयार किया जा रहा था. पुल का रुद्रप्रयाग की तरफ वाला टॉवर ढह गया, जिससे फ्रेम भी ध्वस्त हो गया. टॉवर और फ्रेम के ध्वस्त होने का कारण ज्यादा वजन होना माना जा रहा है. साल 2022 जुलाई में भी इस ब्रिज की शटरिंग ध्वस्त हो गई थी. तब, चार मजदूरों की मौत भी हुई थी. ये पुल 70 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा था.