कौन हैं शताब्दी रॉय जिन्होंने कहा, बीजेपी भगवान राम को BPL मान रही

कौन हैं शताब्दी रॉय जिन्होंने कहा, बीजेपी भगवान राम को BPL मान रही

राम मंदिर प्राम प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तारीख ज्यों-ज्यों करीब आ रही है, राजनीतिक तपिश बढ़ती जा रही है. तृणमूल कांग्रेस की सांसद और दिग्गज बंगाली फिल्म अभिनेत्री शताब्दी रॉय ने भगवान राम और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़े एक मीम का हवाल देते हुए एक बयान दिया है. इसको लेकर अब विवाद बढ़ने लगा है.

TMC सांसद शताब्दी रॉय ने भगवान राम पर विवादित बयान दिया है. हालांकि ये बयान उन्होंने बीजेपी पर हमला करने की मकसद से दिया मगर यह उनके ही खिलाफ फिलहाल जाता दिख रहा है. शताब्दी रॉय ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी राम को BPL की तरह मान रही है. शताब्दी रॉय का कहना था कि भाजपा भगवान राम को BPL की तरह पक्का मकान देने की बात कर रही है.

शताब्दी रॉय ने कहा कि, ‘सोशल मीडिया पर मैंने एक मीम देखा था, जो बहुत अच्छा था. राम अपना हाथ छुड़ा रहे हैं और मोदी उनको अपनी तरफ खींच रहे हैं’. शताब्दी ने आगे कहा कि, – ‘राम मोदी से बोल रहे हैं कि मेरा हाथ छोड़ो और कम से कम एक बार तो अपने काम के दम पर चुनाव जीतकर दिखाओ. बार-बार मेरे नाम पर क्यों चुनाव लड़ रहे हो?’

शताब्दी रॉय ने और क्या कहा?

शताब्दी रॉय ने तल्ख लहजे में कहा कि, ‘ये लोग बोल रहे हैं कि राम को घर दे रहे हैं. राम को घर दे रहे हैं ये सुनकर मैं हैरान हो गई. तुम इतने बड़े हो गए हो कि राम को घर दे रहे हो? ऐसा लग रहा है जैसे राम बीपीएल हैं’. रॉय यहीं नहीं रुकीं. शताब्दी रॉय ने और और लव-कुश का भी जिक्र कर दिया. उन्होने कहा कि, ‘ऐसा लग रहा है जैसे बीपीएल कार्डधारकों को घर दे रहे हैं, वैसे ही राम को भी घर दे रहे हैं. राम के दोनों बेटों लव-कुश को भी घर मिल जाएगा तो काम पूरा हो जाएगा.’

कौन हैं शताब्दी रॉय?

शताब्दी रॉय फिल्म अभिनेत्री, डायरेक्टर और राजनेता के तौर पर जानी जाती हैं. उन्होंने बंगाली सिनेमा खूब सारा काम किया है. वह तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर साल 2009 से लगातार सांसद चुनी जा रही हैं. वह आगरपारा संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं.

साल 1986 में आई बंगाली फिल्म अटांका से उन्होंने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत की थी. साल 1990 से लेकर 2001 के बीच का समय उनकी सफलता का समय है. वह आपन आमर आपन और अभिष्कार जैसी फिल्मों के जरिये बंगाली आवाम में खूब लोकप्रिय हुईं थी.

शताब्दी रॉय पर हिमंता का बयान

शताब्दी के बयान पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा बेहद नाराज दिखे. हिमंता ने कहा कि पश्चिम बंगाल में सेक्यूलरिज्म का मतलब केवल राम विरोध है और TMC राम के अपमान में माहिर है. हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा है पर ये सेक्यूलरिज्म नहीं है.