न घरवाले न कोई रिश्तेदार, शादी में थे बस पुलिसवाले…दूल्हे-दुल्हन ने ऐसे लिए 7 फेरे
शादी में घर-परिवार के लोग नहीं मौजूद थे. प्रेमी-प्रेमिका की इस शादी में कोर्ट रूम में जज, वकील और कई सारे पुलिसवाले मौजूद रहे. प्रेमिका के घरवाले इस शादी के लिए राजी नहीं थे.
आमतौर पर शादियों में दूल्हा-दूल्हन और उनके साथ रिश्तेदार और दोस्तों का जमावड़ा होता है, लेकिन उत्तराखंड के सितारागंज में एक प्रेमी और प्रेमिका की शादी में ऐसा कुछ भी नजर नहीं आया. ये शादी आम नहीं थी. इस शादी में दोनों की तरफ से रिश्तेदार और घरवालों के तौर पर कोई मौजूद नहीं था. वहां चारों तरफ सिर्फ पुलिसबल ही नजर आ रहा था. इस अनोखी शादी में महिला और पुरुष दोनों पुलिसबल मौजूद थे. ये शादी पूरी तरह संपन्न हो गई और दूल्हा-दूल्हन को उनके शादी का मैरिज सर्टिफिकेट भी मिल गया.
दरअसल, 24 साल के युवक और 21 साल की युवती का लंबे समय से प्रेम-प्रसंग चल रहा था. प्रेमी और प्रेमिका की शादी के लिए उनके घरवाले तैयार नहीं थे. दोनों की शादी विशेष विवाह अधिकारी के न्यायालय में कराई गई, इसलिए वहां उनकी भारी संख्या में पुलिसबल मौजूद रहा. शादी से पहले दोनों के घरवालों को कोर्ट की तरफ से समन जारी किया गया था. इस शादी में प्रेमिका के घरवालों की तरफ से आपत्ति भी जताई गई थी.
शादी को रोकने के लिए दोनों पक्षों के लोग और कुछ दूसरे संगठनों के लोग भी कोर्ट के बाहर मौजूद थे. प्रेमी और प्रेमिका के घरवालों को बुलाकर दोनों पक्षों को बाद में समझाया गया. इसके पहले ही दोनों ही प्रेमी और प्रेमिका को कोर्ट में सुरक्षित पहुंचा दिया गया.
कोर्ट ने क्या कहा?
कोर्ट में सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि युवक और युवती दोनों ही बालिग हैं और वो अपनी शादी अपनी मर्जी से कर सकते हैं. ऐसा करना किसी भी तरह का कोई अपराध नहीं है. दोनों ही प्रेमी जोड़ों को सर्टिफिकेट दे दिया गया. दोनों की सुरक्षा के लिए कोर्ट में भारी पुलिसबल मौजूद रहे ताकि किसी तरह का कोई हंगामा और विवाद होने की स्थिति में मामले को संभाला जा सके.
भट्ठे से पुलिस ने पकड़ा
पुलिस ने प्रेमी-प्रेमिका को पचपेड़ा भट्ठे के पास से गिरफ्तार किया था. पकड़े जाने पर दोनों ने बताया कि उन्होंने विशेष विवाह के लिए न्यायालय में अर्जी दी है. बाद में एसओ गौरव तिवारी ने दोनों के विशेष विवाह हो जाने की सूचना दी.