‘2023 हमारी जीत का साल होगा’, रूस-यूक्रेन जंग के एक साल होने पर बोले जेलेंस्की

‘2023 हमारी जीत का साल होगा’, रूस-यूक्रेन जंग के एक साल होने पर बोले जेलेंस्की

यूक्रेन युद्ध में मारे गए लोगों की याद में विदेशों में भी श्रद्धांजलि दी गई. पेरिस में एफिल टावर को यूक्रेन के रंगों- पीले और नीले रंग में रोशन किया गया. इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का ट्वीट सामने आया.

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूसी आक्रमण के एक साल पूरा होने पर 2023 में जीत के लिए पूरी ताकत झोंकने का संकल्प लिया. शुक्रवार को इस युद्ध को एक साल पूरा हो गया जिससे यूक्रेन और इसके निवासियों का जीवन बदल दिया है. जेलेंस्की ने कहा कि 24 फरवरी 2022 हमारे जीवन का सबसे लंबा दिन था.

राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्वीट किया कि यूक्रेनवासियों ने खुद को अजेय साबित किया है. जेलेंस्की ने बीते वर्ष को दर्द, दुख, विश्वास और एकता का वर्षकहा उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि 2023 हमारी जीत का वर्ष होगा. यूक्रेनवासियों ने युद्ध में मारे गए हजारों लोगों की याद में शोकसभा, मोमबत्ती जुलूस और अन्य शोक सभाओं के आयोजन की योजना बनाई है, विशेष रूप से पूर्वी यूक्रेन में जहां लड़ाई में हर समय मृतकों की संख्या बढ़ रही है.

ये भी पढ़ें- डोनबास के कई शहरों की अर्थव्यस्था रूसी सैनिकों के भरोसे, अभी क्या चल रहा है?

ऐसी चिंताएं थीं कि इस दिन रूस यूक्रेन के खिलाफ मिसाइल हमले और तेज कर सकता है. लेकिन गनीमत यह रही कि राजधानी कीव में रात भर हवाई हमले की चेतावनी सुनाई नहीं दी और सुबह शांति रही. हालांकि, सरकार ने स्कूलों की कक्षाओं को ऑनलाइन संचालित करने और कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहा.

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने रूस से यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने और अपनी सेना को वापस बुलाने की मांग करने वाला गैर-बाध्यकारी प्रस्ताव गुरुवार को पारित कर दिया और भारत ने इस प्रस्ताव पर मतदान में हिस्सा नहीं लिया. इस प्रस्ताव में व्यापक, न्यायपूर्ण और स्थायी शांति तक पहुंचने की आवश्यकता को रेखांकित किया गया.

ये भी पढ़ें- भारत के बिना यूक्रेन में शांति संभव नहीं! EU राजदूत ने बताया क्यों है जरूरी?

भारत ने सवाल किया कि क्या युद्ध के एक साल बाद भी दुनिया ऐसे संभावित समाधान के थोड़ा भी करीबपहुंची जो रूस और यूक्रेन दोनों को स्वीकार्य होता. भारत उन 32 देशों में शामिल रहा, जिन्होंने 193 सदस्यीय महासभा में प्रस्ताव पर मतदान नहीं किया. महासभा ने गुरुवार को यूक्रेन और उसके समर्थकों द्वारा पेश किए गए यूक्रेन में व्यापक, न्यायसंगत और स्थायी शांति को रेखांकित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के सिद्धांत प्रस्ताव को अपनाया।