kedarnath Dham gates open : आज खुलेंगे बाबा केदारनाथ के कपाट, 108 क्विंटल फूलों से सजाया गया धाम

kedarnath Dham gates open : आज खुलेंगे बाबा केदारनाथ के कपाट, 108 क्विंटल फूलों से सजाया गया धाम

Kedarnath Temple : सर्दियों में छह माह बंद रहने के बाद केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार सुबह श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोल दिए जाएंगे और इस मौके पर हिमालय स्थित इस मंदिर को देश-विदेश से मंगाए गए विभिन्न प्रकार के 108 क्विंटल फूलों से सजाया गया है.

Kedarnath Temple : केदारनाथ धाम, भगवान शिव को समर्पित बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है और यह उत्तराखंड में स्थित चार धाम यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. हर साल सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और अक्षय तृतीया के पावन पर्व के आसपास शुभ मुहूर्त देखकर इसे फिर से खोला जाता है. कपाट खुलने की प्रक्रिया में विभिन्न पारंपरिक अनुष्ठान शामिल होते हैं, जिसमें बाबा केदार की चल विग्रह डोली का उनके शीतकालीन प्रवास स्थल, उखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर से केदारनाथ धाम तक का सफर शामिल है.

कपाट खुलने के साथ ही हजारों श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन के लिए धाम पहुंचते हैं. इस शुभ अवसर के लिए मंदिर और उसके आसपास के परिसर को भव्य रूप से सजाया गया है. धाम को सजाने के लिए लगभग 108 क्विंटल फूलों का इस्तेमाल किया गया है. केदारनाथ धाम रुद्रप्रयाग जिले में समुद्र तल से 11,000 फुट से अधिक ऊंचाई पर स्थित है.

150 से अधिक स्वयंसेवकों ने दिन-रात किया काम

मंदिर को सजाने में जुटे स्वयंसेवकों की टीम का नेतृत्व कर रहे गुजरात के वडोदरा निवासी सृजल व्यास ने बताया कि सजावट के लिए गुलाब और गेंदा समेत 54 प्रकार के फूलों का इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने बताया कि ये फूल दिल्ली, कश्मीर, पुणे, कोलकाता और पटना के अलावा नेपाल, थाईलैंड और श्रीलंका से लाए गए हैं. व्यास ने बताया कि गेंदे के फूल विशेष रूप से कोलकाता के एक खास गांव से लाए जाते हैं, क्योंकि स्थानीय किस्म के विपरीत ये जल्दी मुरझाते नहीं हैं और औसतन 10-15 दिनों तक ताजा बने रहते हैं.मंदिर के सौंदर्यीकरण के काम में पश्चिम बंगाल के 35 कलाकारों ने भी मदद की है. सर्दियों के दौरान उखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में रखी जाने वाली भगवान शिव की मूर्ति फूलों से सजी पालकी में गौरीकुंड से रवाना होकर केदारनाथ धाम पहुंच गई है.

सुबह सात बजे खुलेंगे मंदिर के कपाट

केदारनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी भीमाशंकर लिंग ने कहा कि शुक्रवार सुबह सात बजे मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि मंदिर को खोलने के लिए तैयारियां सुबह छह बजे से प्रारंभ कर दी जाएंगी . बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी विजय थपलियाल ने यहां बताया कि इस बार केदारनाथ में श्रद्धालुओं को एक नयी बात देखने को मिलेगी. उन्होंने कहा कि काशी, हरिद्वार और ऋषिकेश मे होने वाली गंगा आरती की तर्ज पर इस बार यहां मंदिर के किनारे मंदाकिनी और सरस्वती के संगम पर भव्य आरती शुरू की जाएगी. उन्होंने कहा कि आरती के लिए सभी व्यवस्थाएं कर ली गयीं हैं. उन्होंने बताया कि दोनों नदियों के संगम पर तीन ओर से रैंप बनाए गए हैं, जिससे श्रद्धालु उसके दर्शन कर सकें. इस बार मंदिर के सामने स्थित नंदी की मूर्ति और मंदिर के निकट बनी आदि शंकराचार्य की प्रतिमा को भी इस बार फूलों से सजाया गया है.