Virat Kohli में इस शख्स ने फूंकी जान, इंग्लैंड में फिर आया ‘विराट’ तूफान

Virat Kohli में इस शख्स ने फूंकी जान, इंग्लैंड में फिर आया ‘विराट’ तूफान

Virat Kohli के करियर में 2014 का इंग्लैंड दौरा उन दौरों में शामिल है जिसे ये दिग्गज हमेशा भुलाना चाहेगा लेकिन 2018 में कोहली ने सारी कसर पूरी कर ली थी.

नई दिल्ली: भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली के करियर में कई उतार-चढ़ाव आए. कोहली को सबसे ज्यादा परेशानी 2019 के बाद से झेलनी पड़ी थी जब उनके बल्ले से शतक तक नहीं निकल रहे थे. तीन साल तक उनका बल्ला खामोश था. कोहली ने हालांकि इससे वापसी की और बेहतरीन खेल दिखाया और अब वह अपने पुराने रंग में दिख रहे हैं.लेकिन इस दौरे से पहले भी ऐसा समय था जब कोहली रनों के लिए संघर्ष कर रहे थे. ये दौर हालांकि छोटा था लेकिन कोहली के करियर पर इसका काफी प्रभाव रहा था. ये समय था भारतीय टीम का 2014 में इंग्लैंड दौरा.

कोहली ने इस दौरे पर पांच टेस्ट मैचों में कुल 134 रन बनाए थे. इस दौरे पर उन्होंने एक भी शतक और अर्धशतक नहीं लगाया था. ये उनके करियर के उन बुरे दौरों में से है जिन्हें कोहली हमेशा भुलाना चाहेंगे. लेकिन 2018 में जब कोहली वापस इंग्लैंड लौटे तो उन्होंने सारी कसर पूरी कर ली. उन्होंने पांच टेस्ट मैचों में 593 रन ठोके और सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने.इस दौरान उनके बल्ले से दो शतक और तीन अर्धशतक निकले. इस बारे में कोहली ने अब खुलकर बात की है.

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डिविलियर्स ने बढ़ाया था हौसला

कोहली ने 2018 में इंग्लैंड दौरे पर खेले गए पहले टेस्ट मैच में बर्मिंघम में शतक जमाया था और 149 रनों की पारी खेली थी. कोहली ने अपनी आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के साथ पॉडकास्ट पर बात करते हुए बताया कि जब वह 2014 के बाद 2018 में वापस इंग्लैंड गए थे तो उससे पहले उन्होंने एबी डिविलियर्स से बात की थी जिन्होंने उनका हौसला बढ़ाया था. उन्होंने कहा, “2014 में इंग्लैंड जाने से पहले हमारा आखिरी दौरा न्यूजीलैंड का था. मैंने वहां शतक बनाया था और फिर मैं इंग्लैंड गया तो मेरे दिमाग में ये बात थी कि मुझे अपने आप को साबित करना है. ये मेरी गलती थी. मेरा ध्यान इस बात पर था कि मुझे अपने आप को साबित करना है. इससे मुझ पर दबाव बढ़ गया. 2014 से 2018 तक मैंने हर जगह रन बनाए थे लेकिन हर किसी को ये याद था कि मैंने इंग्लैंड में रन नहीं बनाए.”

उन्होंने कहा, “2018 में इंग्लैंड जाने से पहले मुझे काउंटी खेलना था. मुझे चोट लग गई थी और इसलिए मैं काउंटी नहीं खेल पाया था. आईपीएल के दौरान मुझे चोट लगी थी. तब मैंने एबी डिविलियर्स से कहा था कि मैं काउंटी नहीं जा पाया इसलिए मुझे बुरा लग रहा है. तो उन्होंने मुझसे कहा था कि ये 2014 नहीं है, तुम अब काफी बदले हुए खिलाड़ी हो.”

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फैंस ने उड़ाया था मजाक

कोहली ने कहा कि जब वह पहली पारी खेलने उतरे तो वहां मौजूदा दर्शकों ने उनका मजाक उड़ाया था. उन्होंने कहा, “जब पहला मैच था तो 2014 की यादें मुझे बार-बार आ रही थीं. पहली पारी में जब मेरी बल्लेबाजी आने वाली थी उससे पहले मैं बाहर बैठकर अपनी धड़कने कंट्रोल कर रहा था. जैसे ही मैं वहां अंदर पहुंचा तो 30-35 हजार दर्शक स्टेडियम में मौजूद थे.मेरी धड़कनें बढ़ रही थीं. दर्शक बूइंग कर रहे थे. वहां के दर्शकों में ये अजीब काबिलियत है कि वह आपको ये एहसास दिला देते हैं कि आप कुछ नहीं हैं. सामने जेम्स एंडरसन थे और मैं दुआ कर रहा था कि मैं पहली गेंद खेल लूं. मैंने पहली गेंद छोड़ थी और फिर मैं शांत हो गया.”

कोहली ने कहा, “मेरा कैच 22 रनों पर छूट गया था. बहुत कुछ चीजें गलत हो सकती थीं. लेकिन मेरा कैच छूटा और फिर मैंने 149 रन बनाए और फिर मैंने वहां से पीछे मुड़कर नहीं देखा. तब मैंने सोचा कि आप सिर्फ बैठकर उन बातों के बारे में नहीं सोच सकते जो बुरी रही हैं, काफी चीजें ऐसी थीं जो अच्छी भी रही हैं. वो पारी खेलने के बाद मैं कमरे में आया और काफी भावुक था और अनुष्का भी थी.”

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