अडानी पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से सनसनी: जांच की मांग, SC में याचिका

अडानी पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से सनसनी: जांच की मांग, SC में याचिका

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ को भेजी गई पत्र याचिका में अदालत से मामले में स्वतः संज्ञान लेने की अपील की गई है

अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से मची सनसनी के बाद अब मामले में जांच की मांग उठी है. अडानी ग्रुप के खिलाफ हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों की जांच कराने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. वकील एन राजारमन ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में पत्र याचिका भेजी है. निवेशकों और सार्वजनिक उपक्रमों को हुए नुकसान के मामले में जांच की मांग की गई है.

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ को भेजी गई पत्र याचिका में अदालत से मामले में स्वतः संज्ञान लेने की अपील की गई है. इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अडानी समूह के शेयरों में आई भारी गिरावट को एक कंपनी तक केंद्रित मामला बताते हुए कहा है कि शेयर बाजार को स्थिर रखने के लिए सेबी और रिजर्व बैंक जैसे नियामकों को हमेशा चौकस रहना चाहिए.

बैंक और बीमा कंपनियों के निवेश पर क्या बोलीं सीतारमण

सीतारमण ने एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में कहा है कि बैंक और बीमा कंपनियों ने किसी एक कंपनी में हद से अधिक निवेश नहीं किया है. इसके साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि भारतीय बाजारों का नियामक बहुत अच्छी तरह प्रबंधन करते हैं. वित्त मंत्री ने कहा कि बैंक और बीमा कंपनियां खुद ही आगे आकर अडानी समूह को लेकर अपनी स्थिति साफ कर रही हैं. उन्होंने कहा, इनका किसी भी एक कंपनी में अधिक पैसा नहीं लगा है. यह बात खुद वही सामने आकर कह रहे हैं.

उन्होंने चैनल से कहा, हां, बाजार में कभी-कभार छोटे-मोटे झटके लगते रहे हैं. लेकिन ये नियामक इस तरह के मुद्दों का ध्यान रखते हैं. मेरी स्पष्ट राय है कि हमारे नियामक इस मसले में लगे हुए हैं. अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में बीते 10 दिन में भारी गिरावट आई है. हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में शेयरों के भाव बढ़ाने के लिए गलत तरीके अपनाने के आरोप लगने के बाद इस समूह का बाजार पूंजीकरण 100 अरब डॉलर से अधिक गिर चुका है.

(भाषा से इनपुट)