Air India Deal : सिर्फ अमेरिका ही नहीं भारत में भी क्रिएट होंगी 3.60 लाख नौकरी!

Air India Deal : सिर्फ अमेरिका ही नहीं भारत में भी क्रिएट होंगी 3.60 लाख नौकरी!

Air India Deal Update: यूएस प्रेसीडेंट ने इस एतिहासिक डील पर कहा है कि इस अमेरिका के 44 स्टेट्स में 10 लाख नौकरियां क्रिएट होंगी. भारत में जानकारों का मानना है कि इस डील से 3.60 लाख नौकरी पैदा हो सकती हैं.

Air India ने एयरक्राफ्ट खरीद पर भारत की सबसे बड़ी डील की है. इस डील से अमेरिका को काफी फायदा हो रहा है. इस पर यूएस प्रेसीडेंट खुद कह चुके हैं कि भारत के साथ हुई ऐतिहासित एविएशन डील से अमेरिका के 44 राज्यों में 10 लाख जॉब पैदा होंगी. इस डील से जॉब क्रिएशन के मामले में सिर्फ अमेरिका को ही फायदा नहीं होने वाला है, बल्कि भारत को भी काफी फायदा होगा.

इस डील से भारत में 3.60 लाख नौकरियां पैदा होने की संभावना जताई जा रही है. जानकारों का कहना है कि इसमें 60 हजार नौकरी डायरेक्ट और 3 लाख नौकरी इनडायरेक्ट हो सकती है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर भारत को इससे क्या फायदा हो सकता है.

कितनी पैदा हो सकती है नौकरी

एविएशन इंडस्ट्री के एक्सपर्ट हर्षवर्धन का मानना है कि इस डील से सिर्फ अमेरिका को ही नहीं बल्कि भारत को भी फायदा होगा. देश में 470 विमान भारत में आने वाले सालों में आएंगे. जिससे देश में 60 हजार डायरेक्ट नौकरी क्रिएट होने की संभावना है. वहीं 3 लाख नौकरी ऐसी क्रिएट होंगी जो इनडायरेक्ट क्राइटेरिया के कैटेगिरी में आती हैं. उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका में फर्क है. खासकर एविएशन इंडस्ट्री को लेकर. जहां अमेरिका में एविएशन सेक्टर में मैन्युफैक्चरिंग पर काम होता है.

ऐसे में वहां पर जॉब क्रिएशन की संभावना भारत के मुकाबले ज्यादा है. भारत में सिर्फ एविएशन इंडस्ट्री में ऑपरेशनल वर्क का ही स्कोप है. ऐसे में यहां पर जॉब क्रिएशन अमेरिका के मुकाबले कम है. उन्होंने कहा कि इस डील से भारत एविएशन सेक्टर में काफी उछाल देखने को मिलेगा और भारत ग्लोबल एविएशन सेक्टर में काफी उपर देखने को मिलेगा. जिसका लोहा अभी से ही दुनिया के विकसित देश मानने लगे हैं.

मौजूदा समय में एअर इंडिया की कितनी है स्ट्रेंथ

मौजूदा समय में एअर ​इंडिया के पास जून 2022 के हिसाब से 12 हजार से ज्यादा इंप्लाई की स्ट्रेंथ है. जिसमें से 8 हजार से ज्यादा स्ट्रेंथ परमानेंट है और 4 हजार स्ट्रेंथ कांट्रैक्चुअल बेसिस पर है. जानकारों की मानें तो आने वाले सालों में कई इंप्लॉयज रिटायर भी होने वाले हैं और कई इप्लॉयज का कांट्रैक्ट भी खत्म होने वाला है. जिसकी वजह से एअर इंडिया में हायरिंग प्रोसेस काफी तेजी के साथ होने की उम्मीद है. वहीं दूसरी एयरलाइंस भी अपने आपको आगे बढ़ा रही हैं. जेट एयरवेज, अकासा भी अपने आपको अपग्रेड करने में जुटी हुई हैं.

8 साल में आएंगे 470 नए विमान

टाटा ग्रुप ने अमेरिका की बोइंग के साथ 220 एयरक्राफ्ट की डील की है. यह डील करीब 34 बिलियन डॉलर की है. इस डील में एअर इंडिया के पास 70 और एयरक्राफ्ट खरीदने का मौका ​होगा, जिसके बाद यह डील 45 अरब डॉलर से ज्यादा की हो जाएगी. इसी कारण अमेरिकी प्रेसीडेंट ने कहा था कि इस डील से अमेरिका में 10 लाख जॉब क्रिएट होंगी. वहीं दूसरी फ्रेंच कंपनी एयरबस के साथ एअर इंडिया ने 250 एसरक्राफ्ट की डील की है, जिसमें 100 अरब डॉलर का ट्रासंजेक्शन होगा. इसके लिए एअर इंडिया ने पिछले महीने कहा था कि वह अपने वाइड बॉडी प्लेन की मतम्मत में 40 हजार करोड़ डॉलर खर्च करेगा. इन सभी एयरक्राफ्ट की डिलिवरी 8 सालों में की जानी है.