Telangana News: ‘आंबेडकर यूके संगठन’ और ‘प्रवासी भारतीय संस्था’ तेलंगाना CM केसीआर को दी बधाई, जानिए वजह
बिटिश सांसदों ने दलित बंधु योजना लागू करने, तेलंगाना सचिवालय का नामकरण डॉ. बीआर आंबेडकर के नाम पर करने और डॉ. आंबेडकर की 125 फीट की प्रतिमा स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री केसीआर का आभार व्यक्त किया.
ब्रिटिश सांसदों ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव द्वारा लागू की गई विकास गतिविधियों की सराहना की है. सांसदों ने लंदन में ब्रिटिश नागरिकों और एनआरआई प्रतिनिधियों के साथ मिलकर एक बैठक आयोजित किया. इस बैठक का आयोजन सीएम केसीआर का आभार व्यक्त करने के लिया गया. बैठक में KCR द्वारा लागू किए गए कार्यक्रमों के लिए उन्हें बधाई दी गई. लंदन में केसीआर प्रशंसा बैठक ‘आंबेडकर यूके संगठन’ और ‘प्रवासी भारतीय संस्था’ के तत्वावधान में आयोजित की गई.
‘आंबेडकर यूके संगठन’ और ‘प्रवासी भारतीय संस्था’ के जरिए जारी किए गए प्रेस नोट के मुताबिक, हाल ही में तेलंगाना में डॉ. बीआर आंबेडकर के नाम पर तेलंगाना सचिवालय का नामकरण किया गया. सचिवालय के पास में डॉ. आंबेडकर की 125 फीट प्रतिमा का अनावरण भी किया गया. डॉ. आंबेडकर को दिए गए सम्मान को लेकर इस बैठक में मुख्यमंत्री केसीआर को बधाई दी गई.
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यूके पार्लियामेंट कमेटी हॉल में आयोजित ‘केसीआर प्रशंसा सभा’ में यूके के सांसद वीरेंद्र शर्मा, नवेदु मिश्रा, बैरन कुलदीप सिंह सहोता और कई अन्य स्थानीय पार्षद शामिल हुए.
कई प्रमुख लोगों ने लिया कार्यक्रम में हिस्सा
ब्रिटेन में रहने वाले कई प्रमुख एनआरआई लोगों के साथ-साथ स्थानीय प्रवासी संघों के नेताओं, तेलंगाना एफडीसी के अध्यक्ष अनिल कुरमाचलम और अन्य लोगों ने इस धन्यवाद सभा में भाग लिया और सीएम केसीआर को बधाई दी. ब्रिटिश संसद के कमेटी हॉल में समन्वयक सिक्का चंद्रशेखर की अध्यक्षता में केसीआर कृतज्ञता सभा का यह कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिन्होंने सबसे पहले आंबेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई.
उपस्थित अतिथियों को आंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण, सचिवालय का उद्घाटन समारोह, दलित बंधु योजना के क्रियान्वयन और दलित बंधु की सफलता से संबंधित वीडियो दिखाए गए.
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दलित समाज के उत्थान के लिए हुई तारीफ
ब्रिटिश सांसदों ने इस अवसर पर कहा कि आंबेडकर एक महान समाज सुधारक थे, जिन्होंने अस्पृश्यता के खिलाफ संघर्ष किया. दलितों के खिलाफ भेदभाव को समाप्त करने के लिए आंबेडकर का संघर्ष अविस्मरणीय है. आज मुख्यमंत्री केसीआर के नेतृत्व में तेलंगाना सरकार ने न केवल आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की बल्कि दलितों की आकांक्षाओं के अनुरूप उनके सशक्तिकरण के लिए दलित बंधु योजना को भी लागू किया, जिसे ब्रिटिश सांसदों ने बेहद प्रेरक कार्यक्रम बताया.
ब्रिटिश सांसदों ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से दलित न केवल आर्थिक रूप से मजबूत होंगे, बल्कि समाज में उनका आत्म-सम्मान भी बढ़ेगा, सामाजिक भेदभाव और असमानताएं खत्म होंगी. उन्होंने इतनी बड़ी गतिविधि को लागू करने के लिए तेलंगाना सरकार और मुख्यमंत्री केसीआर को बधाई दी.
सचिवालय का नाम आंबेडकर के नाम पर रखने की हुई प्रशंसा
ब्रिटेन के जनप्रतिनिधियों ने इस बात की प्रशंसा की कि सामाजिक-आर्थिक भेदभाव मिटाने की दिशा में इस तरह के क्रांतिकारी कार्यक्रम चलाकर मुख्यमंत्री केसीआर भारत ही नहीं बल्कि दुनिया में मिसाल के तौर पर खड़े हैं. ब्रिटेन में एनआरआई यूनियनों के नेताओं ने कहा कि दुनिया में पहली बार मुख्यमंत्री केसीआर के नेतृत्व में तेलंगाना सरकार ने न केवल आंबेडकर की 125 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की बल्कि तेलंगाना के नए सचिवालय का नाम भी आंबेडकर के नाम पर रखा. इसका उन्हें बहुत गर्व है. तेलंगाना सरकार द्वारा दलित बंधु योजना का सफल कार्यान्वयन किया गया है.
उन्होंने कहा कि दलितों के उत्थान के लिए दलित बंधु योजना से न केवल कई लोगों के जीवन में उजाला आया है, बल्कि उन्होंने खुद का व्यवसाय भी शुरू किया है. उन्हें स्वाभिमान से जीवनयापन करने का साधन मिला है. उन्होंने दलित लोगों के उत्थान के लिए ‘दलित पक्षधर’ के रूप में काम करने के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्रीकेसीआर को को बधाई दी.
तेलंगाना एफडीसी के अध्यक्ष अनिल कुरमाचलम ने कहा कि मुख्यमंत्री केसीआर का हर निर्णय ऐतिहासिक है. केसीआर के शासन प्रबंधन पर एक वैश्विक बहस हो रही है. उन्होंने कहा कि रायथु बंधु योजना को संयुक्त राष्ट्र द्वारा पहले ही मान्यता दी जा चुकी है.