बस स्टैंड पर पार्सल का ठेका, नुकसान से गुस्से में थे कुली…बरेली में ठेकेदार अनुज पांडे मर्डर केस की कहानी
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बरेली के सेटेलाइट बस स्टैंड पर पार्सल ठेकेदारी का अनुज ने टेंडर लिया था. पहले यह काम कुली करते थे. उनकी आमदनी इसी पर निर्भर थी. जब यह टेंडर ठेकेदारों को मिला, तो कुलियों को इससे नुकसान होने लगा. इसी वजह से ठेकेदार की हत्या की गई.
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में 11 फरवरी को सेटेलाइट बस स्टैंड पर पार्सल ठेकेदार अनुज पांडे की गोली मारकर हत्या कर दी गई. घटना पुलिस चौकी से महज 100 मीटर की दूरी पर हुई. यहां कुली का काम करने वाले नौबत यादव ने अनुज और उनके भाई अतुल पांडे पर गोलियां चलाईं. इस हमले में अनुज की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अतुल गंभीर रूप से घायल हो गया. अब हत्या का लाइव सीसीटीवी फुटेज सामने आया है.
पुलिस की जांच में पता चला कि जब से बस स्टैंड पर नई ठेका नीति चालू हुई थी, कुलियों को नुकसान हो रहा था. प्रतापगढ़ जिले के जूड़ापुर गांव के रहने वाले अनुज और अतुल पांडे दोनों भाई हैं. कुछ महीने पहले बरेली के सेटेलाइट बस स्टैंड पर पार्सल ठेकेदारी का टेंडर लिया था. पहले यह काम कुली करते थे. उनकी आमदनी इसी पर निर्भर थी. जब यह टेंडर ठेकेदारों को मिला, तो कुलियों को इससे नुकसान होने लगा. इसी विवाद को लेकर कुलियों और ठेकेदारों के बीच तनातनी चल रही थी. इसी वजह से ठेकेदार की हत्या की गई.
मृतक की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल
घटना का सीसीटीवी फुटेज मिला है, जिसमें नौबत यादव को अनुज और अतुल पर गोली चलाते हुए देखा जा सकता है. यह वीडियो हत्या के दिन का है. वहीं अनुज पांडे की मौत के बाद उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. दो छोटे बच्चों—5 साल की बेटी पीहू और 2 साल के बेटे शिवा—का सहारा छिन गया.
मृतक अनुज के साले शुभम शुक्ला ने कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस चौकी के पास दिनदहाड़े हत्या हो जाना दर्शाता है कि अपराधियों में पुलिस का कोई डर नहीं है. अनुज और अतुल ने पहले भी इस खतरे की शिकायत अफसरों से की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इससे पहले कुलियों ने उन पर हमला भी किया था, जिसमें अनुज का सिर फोड़ दिया गया था. इस मामले में भी पुलिस ने सिर्फ आरोपी नौबत यादव का चालान कर दिया था. अगर तभी सख्त कार्रवाई होती, तो यह हत्या नहीं होती.
7 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
अनुज के पिता संजय कुमार पांडे ने बताया कि कुली उन्हें लगातार धमका रहे थे कि वे बरेली छोड़ दें, वरना जान से मार दिए जाएंगे. पुलिस ने इस मामले में नौबत यादव, दिनेश यादव, राजन, कामदेव, नन्हे, इसरार और सुनील कश्यप के खिलाफ हत्या, जानलेवा हमला और धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है.
मुख्य आरोपी गिरफ्तार, अन्य आरोपी फरार
पुलिस ने मुख्य आरोपी नौबत यादव को गिरफ्तार कर लिया है. 13 फरवरी को पुलिस ने उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल तमंचा बरामद करने की कोशिश की, लेकिन उसने पुलिस पर ही फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसके पैर में गोली मारी और उसे दबोच लिया. अन्य आरोपी अभी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है.
एसपी सिटी मानुष पारीक ने कहा कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें बनाई गई हैं. जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा. पुलिस के पास घटना के सीसीटीवी फुटेज भी हैं, जिनके आधार पर जांच तेज कर दी गई है.
न्याय की मांग और प्रशासन पर सवाल
परिवार और स्थानीय लोगों ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है. उनका कहना है कि अगर पहले हुई घटनाओं पर गंभीरता से ध्यान दिया जाता, तो यह दुखद घटना नहीं होती. अब देखना होगा कि पुलिस कितनी जल्दी फरार आरोपियों को पकड़कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाती है.