सरकार की इस स्कीम से Apple ने पैदा कर दी 1 लाख नौकरियां, छंटनी को दिखाया ठेंगा

सरकार की इस स्कीम से Apple ने पैदा कर दी 1 लाख नौकरियां, छंटनी को दिखाया ठेंगा

Apple Jobs: iPhone असेंबल करने वाले तीन वेंडर- फॉक्सकॉन होन हाई, पेगाट्रॉन और विस्ट्रॉन ने मिलकर 1 लाख नौकरियों में से 60 फीसदी नौकरियां पैदा की हैं. इसमें सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम का अहम रोल रहा.

Apple PLI Scheme: दिग्गज टेक कंपनी Apple इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में सबसे ज्यादा रोजगार देने वाली कंपनी बन गई है. इसने पिछले 19 महीनों में 1 लाख नई नौकरियां पैदा की हैं. भारत में एप्पल के वेंडर्स और उनके कंपोनेंट्स सप्लायर्स ने बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार की स्मार्टफोन प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम ने एप्पल को iPhone बनाने में मदद की है. टेक सेक्टर में जारी छंटनी के बीच सरकार की इस स्कीम से नौकरियां बढ़ाने में मदद मिली है. खास बात यह है कि नई नौकरियों का एक बड़ा हिस्सा पिछले 19 महीनों में पैदा हुआ है.

इंडिया में एप्पल आईफोन असेंबल करने वाले तीन वेंडर्स- फॉक्सकॉन होन हाई (Foxconn Hon Hai), पेगाट्रॉन (Pegatron) और विस्ट्रॉन (Wistron) ने कुल मिलाकर 60 फीसदी नई नौकरियां पैदा की हैं. यह मोटे तौर पर 7,000 नई नौकरियों के साथ स्कीम के तहत रोजगार पैदा करने की उनकी दूसरे साल की कमिटमेंट से ज्यादा है.

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ये कंपनियां भी शामिल

बाकी 40 फीसदी नौकरियां एप्पल के पूरे इकोसिस्टम ने पैदा की हैं, जिसमें कंपोनेंट्स और चार्जर के सप्लायर्स शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार इन सप्लायर्स ने 40,000 नौकरियां अलग से पैदा की हैं और इनमें Tata Electronics, Salcomp, Avary, Foxlink, Sunwoda और Jabil जैसे नाम शामिल हैं.

ये डेटा तीन वेंडर्स और एप्पल इकोसिस्टम में शामिल कंपनियों पर बेस्ड है, जिन्हें सरकारी अधिकारियों के साथ नियमित तौर पर रोजगार की संख्या दर्ज करने की जरूरत होती है.

इन्होंने दी सबसे ज्यादा नौकरियां

एक लाख नौकरियों में से तमिलनाडु स्थित फॉक्सकॉन होन है, जो खास तौर पर आईफोन बनाती है, ने 35,500 या एक तिहाई से ज्यादा नौकरियां पैदा की हैं. इसी साल अपना प्रोडक्शन शुरू करते हुए पेगाट्रॉन, जो कि तमिलनाडु में ही है, 14,000 नौकरियों के साथ दूसरा सबसे बड़ा एम्प्लायर बन गया है. कर्नाटक में स्थित विस्ट्रॉन ने 12,800 नौकरियां पैदा की हैं.

इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन के अनुसार, सात सालों में मोबाइल डिवाइस मैन्यूफैक्चरर्स और उनके सप्लायर्स द्वारा डायरेक्ट और इनडायरेक्ट तौर पर पैदा होने वाली नौकरियों की कुल संख्या लगभग 20 लाख है.

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Apple बना सबसे बड़ा एक्सपोर्टर

Apple दिसंबर 2022 में एक महीने के अंदर 1 अरब डॉलर (करीब 8,267 करोड़ रुपए) से ज्यादा कीमत के iPhone एक्सपोर्ट करने वाली पहली कंपनी है. इसने अप्रैल-दिसंबर 2022 की नौ महीने की अवधि में 30,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का एक्सपोर्ट किया था. यह देश से एक्सपोर्ट होने वाले कुल स्मार्टफोन की वैल्यू का लगभग 40 फीसदी था.