शकूर बस्ती पर केजरीवाल का बयान सरासर झूठ, दिल्ली LG ने पूर्व CM पर लगाया आरोप

शकूर बस्ती पर केजरीवाल का बयान सरासर झूठ, दिल्ली LG ने पूर्व CM पर लगाया आरोप

एलजी ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड ने सात वर्षों में पूंजीगत व्यय के रूप में 28,000 करोड़ रुपए खर्च किए हैं, जो शहर में हर पाइपलाइन को बदलने के लिए पर्याप्त राशि है. उन्होंने कहा कि आप सरकार के शासन में दिल्ली के लोगों को सीवर के गंदे पानी के बीच रहने के लिए मजबूर किया जा रहा है.

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने रविवार को आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर शकूर बस्ती झुग्गी को लेकर झूठे और भ्रामक बयान देने का आरोप लगाया. उपराज्यपाल ने केजरीवाल से ऐसा करने से बचने या दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा है.

इससे पहले केजरीवाल ने उत्तर-पश्चिम दिल्ली जिले में शकूर बस्ती का दौरा किया और आरोप लगाया कि बीजेपी झुग्गीवासियों के कल्याण के बजाय भूमि अधिग्रहण को प्राथमिकता दे रही है.

झुग्गियों को ध्वस्त करने का दावा

केजरीवाल ने लोगों से कहा कि वो पहले आपके वोट चाहते हैं और चुनाव के बाद आपकी जमीन चाहते हैं. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी झुग्गियों को ध्वस्त करना चाहती है. एलजी ने एक वीडियो बयान में शकूरबस्ती झुग्गी बस्ती की जमीन पर केजरीवाल के दावों को पूरी तरह झूठा बताया. एलजी कार्यालय ने वीके सक्सेना के वीडियो बयान को साझा करते हुए पोस्ट किया, उप राज्यपाल वीके सक्सेना, शकूरबस्ती झुग्गी बस्ती पर अरविंद केजरीवाल के झूठे और जानबूझकर दिए भ्रामक बयानों की निंदा करते हैं.

गंदगी के बीच रह रहे दिल्लीवाले

एलजी सक्सेना ने कहा कि दिल्ली के लोग आप के शासन में गंदगी के बीच रह रहे हैं और सत्तारूढ़ सरकार स्वच्छ जल और स्वच्छ नदी का अपना वादा पूरा करने में विफल रही है. एलजी ने यह बयान पूर्व राज्यसभा सदस्य और बीजेपी नेता विनय सहस्रबुद्धे के साथ एक पॉडकास्ट में की. वहीं आप ने पलटवार करते हुए एलजी को कानून-व्यवस्था पर ध्यान देने का सुझाव दिया और आरोप लगाया कि दिल्ली में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है.

गंदे पानी के बीच रहने के लिए मजबूर

एलजी ने पॉडकास्ट के दौरान कहा कि दिल्ली जल बोर्ड ने सात वर्षों में पूंजीगत व्यय के रूप में 28,000 करोड़ रुपए खर्च किए हैं, जो शहर में हर पाइपलाइन को बदलने के लिए पर्याप्त राशि है. उन्होंने कहा कि आप सरकार के शासन में दिल्ली के लोगों को सीवर के गंदे पानी के बीच रहने के लिए मजबूर किया जा रहा है.

राज्य सरकार की जिम्मेदारी

उन्होंने कहा कि हर राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि वह अपने लोगों को स्वच्छ पानी, स्वस्थ वातावरण, अच्छी सड़कें और बेहतर रहने की स्थिति प्रदान करे. फिर भी यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्ली अब दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है, जहां कूड़े के पहाड़, प्रदूषित पानी और बहुत कुछ है. उपराज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी होने के बावजूद, दिल्ली में ऐसे इलाके हैं जहां लोग सात-आठ दिनों तक पानी के बिना रहते हैं और इस दौरान पूरी तरह से पानी के टैंकरों पर निर्भर रहते हैं.

शहर की जल निकासी व्यवस्था

उन्होंने कहा कि शहर के कई हिस्सों में सीवर और पीने के पानी की पाइप समानांतर डाले हुए हैं और लीक होने के कारण सीवर का पानी पेयजल में मिल जाता है. एलजी ने कहा कि वह शहर की जल निकासी व्यवस्था को देखकर हैरान हैं. आप ने एलजी के आरोपों का जवाब देते हुए दावा किया कि शहर के 99.7 प्रतिशत निवासियों के पास पाइप से जलापूर्ति की सुविधा है.

सत्तारूढ़ सरकार ने एलजी से क्षुद्र राजनीति बंद करने को कहा. पार्टी ने कहा कि दिल्ली सबसे कम महंगाई, अधिक प्रति व्यक्ति आय, मुफ्त बिजली और पानी की सुविधा देने के साथ सबसे आगे है. तुच्छ, नकारात्मक राजनीति में लिप्त होने के बजाय बीजेपी को बिगड़ती कानून- व्यवस्था की स्थिति को हल करने को प्राथमिकता देनी चाहिए.